भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड में प्रमुख- उपप्रमुख पद के चुनाव की तिथि में उल्टी गिनती शुरू होने के साथ ही प्रमुख अभ्यर्थियों में हलचल बढ़ गया है। वैसे तो एक माह पूर्व पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही ये दोनों अभ्यर्थी जोड़- घटाव और दौड़- धूप शुरू कर दिए थे। 28 दिसंबर को प्रमुख- उपप्रमुख का चुनाव कहलगांव में होना तय है। वैसे में चुनाव की तिथि नजदीक आने से इन अभ्यर्थियों की बौखलाहट बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक सन्हौला में उपप्रमुख की कुर्सी फिक्स मानी जा रही है, हर तरह से प्रभावी होने के कारण उपप्रमुख अभ्यर्थी ने डोर-टू-डोर पहुंचकर सभी पंचायत समिति सदस्य को अपने पक्ष में कर लिया है। सभी पंचायत समिति सदस्यों ने भी उपप्रमुख का चयन मन ही मन कर लिया है, इन्हें निर्विरोध होने की संभावना जो टाला नहीं जा सकता। पांच वर्ष पूर्व ये सन्हौला में उपप्रमुख और प्रमुख पद संभाल चुके है। इस बार इसकी पत्नी पंचायत समिति में चुनाव जीती हैं, जो उपप्रमुख की कुर्सी संभालेगी। प्रमुख पद के लिए दो अभ्यर्थी पंचायत समिति सदस्यों को गोलबंद करने में एड़ी- चोटी एक किये हुए हैं। एक अभ्यर्थी ने अपने पक्ष के चंद लोगों को झारखंड के एक होटल में तीन दिन पूर्व भूमिगत कर दिए है और इनके लोग रविवार- सोमवार तक उसी होटल में भूमिगत होने की संभावना है। वहीं प्रमुख पद के दूसरे अभ्यर्थी महिला है जो इसके पूर्व प्रमुख पद पर थीं। इसका पुत्र जिप सदस्य पर चुनाव जीता है, ये भी अपने पक्ष के कुछ लोगों को झारखण्ड के उसी शहर में भूमिगत कर दिए हैं, शेष लोगों को रविवार- सोमवार तक लेकर भूमिगत हो जाएंगे। सूत्र बताते हैं कि उपप्रमुख अभ्यर्थी हर तरह से सक्षम होने के चलते दोनों प्रमुख अभ्यर्थी उपप्रमुख अभ्यर्थी के दरबार में आशीर्वाद की अपेक्षा रखे मौका मिलते पहुंच रहे है। सूत्र बताते है कि उपप्रमुख जिनको आशीर्वाद देंगे वही प्रमुख बनेंगे। दोनों प्रमुख अभ्यर्थियों को पूर्व से ही बड़े नेता का आशीर्वाद मिलने के कारण चुनाव रोमांचक होने की संभावना है। एक अभ्यर्थी द्वारा जमीन बेचकर रुपये बांटने की चर्चा है, इन्हें पार्टी के बड़े नेता से भी आर्थिक आशीर्वाद मिलने की चर्चा है। दूसरे उम्मीदवार पूर्व से ही आर्थिक रूप से सशक्त है और जिप सदस्य पर चुनाव जीतने से इसका मनोबल बढ़ा है और जिप अध्यक्ष से भी आर्थिक मदद मिला है, इन्हें भी एक पार्टी के कई बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है। दोनों अभ्यार्थी अपने पक्ष में 17-17 पंचायत समिति सदस्यों का दावा कर रहे है जबकि सन्हौला में कुल 24 पंचायत समिति सदस्य ही है। ऐसे में माना जा रहा है कि एक वर्ग के कुछ पंचायत समिति सदस्य दोनों प्रमुख अभ्यर्थियों को किसी न किसी रूप में सहमति देकर एक को ब्लैकमेल कर रहे है। सूत्र यह भी बताते है कि प्रमुख सीट के लिए दो लाख रुपए तक की बोली लग चुकी है, अगर रुपये के बल पर चुनाव हुआ तो पूर्व के प्रमुख बाजी मार लेंगे। कुछ लोकल सक्रिय लोग भी इस चुनाव में बढ़- चढ़कर हिस्सा ले रहे है, ताकि उनके पक्ष का प्रमुख हो।