422 छात्राओं के छात्रावास में नहीं है इलाज की व्यवस्था:: ललन राम
422 छात्राओं के छात्रावास में नहीं है इलाज की व्यवस्था:: ललन राम
रिपोर्ट नसीम रब्बानी
अभिभावकों ने बताया दोपहर का भोजन 4 बजे मिलता है?
छात्रावास के अंदर ही हो चिकित्सालय की व्यवस्था, सप्ताह में 2 दिन प्रतिनियुक्त करें डॉक्टर।
भोजन एजेंसी पर करवाई की मांग दलित पैंथर की टीम ने किया।
आवासीय अंबेडकर बालिका छात्रावास विद्यालय की 5 बच्चियों को फूड प्वाइजन के कारण सदर अस्पताल हाजीपुर में इलाज कराए जाने से संबंधित अखबार की खबर के माध्यम से मिली जानकारी पर त्वरित संज्ञान लेते हुए दलित पैंथर बिहार के प्रदेश अध्यक्ष ललन राम के नेतृत्व में 5 सदस्य टीम गठित कर वैशाली जिला के कल्याण पदाधिकारी से शिष्टमंडल की टीम ने पूरी जानकारी लिया अपने कार्यालय कक्ष में जिला कल्याण पदाधिकारी वैशाली के नृपेंद्र कुमार निराला ने शिष्टमंडल टीम को जानकारी दी कि बच्चे का तबीयत खराब होने पर अस्पताल भिजवाया गया तथा 1 घंटे के अंदर ही डॉक्टर से इलाज कराकर छात्रावास में इलाज कराकर रात में ही आ गई थी। तथा 5 बच्ची में से 4 बच्ची अपने घर चली गई। लापरवाही बरतने पर सबाल किया गया तो जिला कल्याण पदाधिकारी ने इनकार किया और कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। बाद में जिला कल्याण पदाधिकारी के अनुरोध पर संघ का टीम छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंचा। स्टडी रूम से लेकर किचन रूम को भी टीम ने निरीक्षण किया। भोजन व्यवस्था के मुख रसोईया राजकुमार साह एवं उनके स्टाप मीना देवी,अनीता देवी आदि से भी टीम के सदस्यों ने पूछताछ किया जिसमें भोजन की गुणवत्ता पर तो कर्मचारियों ने बताया कि सरकार के मेनू के हिसाब से भोजन दिया जाता है। निरीक्षण उपरांत क्लास आठ की छात्रा गायत्री कुमारी ने बताया की अचानक तबीयत खराब हो गया तो हम लोगों का इलाज कराया गया। 1 घंटे बाद हमलोग ठीक होकर हॉस्टल आ गए थे।छात्रावास में उपस्थित सभी छात्राओं से भोजन से संबंधित सवाल पूछा तो बाबू लाल पासवान – घटारो, मनोज दास मलिकपुर,राघोपुर निवासी जो अभिभावक छात्राओं से मिलने आए थे तथा कुछ छात्राओं ने बताया कि दोपहर का भोजन समय पर नहीं मिलता है। 2 बजे के बदले 4 बजे भोजन दिया जाता है।इस पर दलित पैंथर बिहार के प्रदेश अध्यक्ष ललन राम ने नाराजगी जताते हुए जिला कल्याण पदाधिकारी वैशाली से संबंधित भोजन एजेंसी पर कार्रवाई करने को कहा। दलित पैंथर बिहार के शिष्ठमंडलीय टीम को छात्रावास के प्रिंसिपल डॉ वीरेंद्र कुमार निराला ने बताया कि प्लस टू में 5 छात्रा 11वीं में 30 बच्चे नामांकित है लेकिन टीचर की कोई व्यवस्था नहीं है। 10 कंप्यूटर है वर्तमान में नामांकित 422 छात्राएं हैं अध्ययनरत 385 छात्रा है।छात्रावास में स्मार्ट क्लास ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था सरकार द्वारा कराई गई है भोजन मेनू के हिसाब से चल रहा है। स्वास्थ्य संबंधी सवाल पर असंतुष्ट दलित पैंथर बिहार की टीम ने घोर आश्चर्य व्यक्त कर दलित पैंथर बिहार के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि अनुसूचित जाति के 422 छात्राएं नामांकित है।422 बच्चों के इलाज के लिए कोई डॉक्टर अथवा प्रतिनियुक्त नहीं है छात्राओं के स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से मांग किया जाता है कि अभिलंब सप्ताह में 2 दिन चिकित्सक एवं नर्स की व्यवस्था कर कैंपस के अंदर ही चिकित्सालय की व्यवस्था कराई जाए। तथा छात्रावास में प्रशिक्षित टीचर उपलब्ध कराया जाए ताकि बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई हो सके। शिष्टमंडल टीम में प्रदेश सचिव राम पुकार चौधरी जिला उपाध्यक्ष रिंकू रजक जिला महासचिव सुनील कुमार पासवान आदि उपस्थित थे।