गुरु गोविंद सदर अस्पताल के मोहम्मद शब्बीर खान को बनाया गया अस्पताल प्रबंधक / सनोवर खान के साथ मनोज सिंह की रिपोर्ट।
1 min readगुरु गोविंद सदर अस्पताल के मोहम्मद शब्बीर खान को बनाया गया अस्पताल प्रबंधक / सनोवर खान के साथ मनोज सिंह की रिपोर्ट।
मोहम्मद शब्बीर खान को अस्पताल प्रबंधक बनाये जाने से अस्पताल कर्मी एबं जनता के बीच खुशी की लहर।
सनोवर खान के साथ मनोज सिंह की रिपोर्ट।
कोरोना काल मे अनुभवी पदाधिकारी की आवश्यकता।
पटना सिटी का गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पुनं एक बार अपने यहां पूर्व में पदस्थापित अनुभवी एवं तेज तर्रार मेहनती, ईमानदार प्रबंधक मोहम्मद शब्बीर खान को वापस इस पद के लिए चयन किया है। जिला स्वास्थ्य समिति एवं सिविल सर्जन पटना विभा कुमारी सिंह के देखरेख में चलने वाला अस्पताल ने यह निर्णय लिया है कि पुराने प्रबंधक को पुनः इस पद के लिए पदस्थापित किया जाए।
ताजा मामला पटना सिटी के जीजीएस सदर अस्पताल का है जहां सबसे ज्यादा मरीज सिटी में इलाज कराने के लिए दूरदराज से आते हैं, अस्पताल में ऐसी व्यवस्था बनी हुई है कि एक ही छत के नीचे सारी तरह की जांच एवं इलाज हो जाता है यह मरीज के लिए लाभप्रद है क्योंकि बहुत कम खर्चे में सरकारी दर पर यहां इलाज हो रहा है। कोरोना काल में यहां के तत्कालीन प्रबंधक मोहम्मद साबिर खान ने अपने अनुभव के द्वारा दूरदराज से आए हुए कोविड-19 के मरीजों का उचित ढंग से इलाज करने की व्यवस्था करवाई। यह बहुत बड़ी खुशी की बात थी उस समय जहां लोग इलाज के लिए तड़प रहे थे कहीं जगह नहीं मिल रही थी कितने लोग दम तोड़ रहे थे उस परिस्थिति में अपनी साहस का परिचय देते हुए प्रबंधक मोहम्मद शब्बीर खान ने मरीज को इधर-उधर भटकने नहीं दिया सभी तरह की सुविधाओं के साथ मरीज का यहां इलाज किया गया। यही कारण है कि जिला प्रशासन ने पुनः इस पद के लिए इस अनुभवी युवा प्रबंधक को नियुक्त करने का निर्णय लिया।
अपने पद ग्रहण के साथ ही प्रबंधक ने तहलका न्यूज़ के संवाददाता को बताया की बहुत जल्द इस अस्पताल में ब्लड बैंक एवं अन्य तरह की सुविधा बहाल कर दी जाएगी जिससे मरीजों को दूसरे जगह भटकना नहीं पड़ेगा, इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री सहित सभी बड़े पदाधिकारियों को पत्र भेजा जा रहा है ताकि आने वाला समय पटना सिटी का यह गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर लोगों को आधुनिक सुविधाओं के साथ इलाज के लिए बेहतरीन तरीके से काम कर सके इसके लिए स्थानीय रोगी कल्याण समिति एवं दूसरे लोगों के अनुभव का लाभ लिया जाएगा और जो भी विषय ध्यान में आएंगे उनका जल्द से जल्द निराकरण कर दिया जाएगा। इस दिशा में अस्पताल के उपाधीक्षक अलख नारायण सिंह एवं उनके मातहत कार्य करने वाले सुरक्षा गार्ड से लेकर सफाई कर्मी तक अस्पताल को चमकाने के लिए रात दिन परिश्रम कर रहे हैं उम्मीद है इस साल के अंत तक यह अस्पताल राजधानी के एक से दस मे अपना नाम दर्ज करवा सकेगा।