पटना सिटी की जनता जाम से त्रस्त है, रात दिन जाम रहने के कारण सिटी में लोगों का जीना दूभर होगया है।
पटना सिटी की जनता जाम से त्रस्त है, रात दिन जाम रहने के कारण सिटी में लोगों का जीना दूभर होगया है।
पटना सिटी अजीमाबाद रो रहा है अपनी बदहाल पर।
गुरु नानक देव जयंती पर विशेष रिपोर्ट।
सनोवर खान के साथ मनोज कुमार सिंह की रिपोर्ट।
पटना सिटी :सिक्खों के गुरु, गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना साहिब, पटना सिटी को कब मिलेगी जाम से मुक्ति ?
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री वर्तमान माननीय विधायक नंदकिशोर यादव नहीं लेते हैं खोज खबर।
पटना सिटी की जनता जाम से त्रस्त है, रात दिन जाम रहने के कारण सिटी में लोगों का जीना दूभर हो गया है स्कूल की गाड़ियां, एंबुलेंस, ऑफिस एवं ड्यूटी जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी घंटों फंसते हैं जाम में।
प्रत्येक दिन जाम रहने के कारण मनोवैज्ञानिकों के अनुसार स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
व्यवहार में चिड़चिड़ापन, ब्लड प्रेशर का हाई लो होना, कमजोरी एवं बहरापन खास लक्षण इस तरह के वाहन चालकों में उत्पन्न हो जाते हैं। चिकित्सकों के अनुसार कई गंभीर बीमारियों के प्रमुख कारण सड़क पर घूमने से होता है।
पीएमसीएच के चिकित्सक डॉक्टर राज किशोर शर्मा एवं ईएनटी विभाग के डॉ रत्नेश कुमार ने पत्रकारों को बताया अधिक ध्वनि प्रदूषण एवं वायु प्रदूषण होने के कारण वाहन चालकों में गंभीर बीमारियों के लक्षण देखने को मिल रहा है।
बच्चो के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।
इन सबके बावजूद यातायात के आला अधिकारी इस पर क्यों नहीं ध्यान दे रहे हैं, पटना सिटी घनी आबादी वाला क्षेत्र है यहां ट्रैफिक की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने के कारण घंटों लोग जाम में फंसे रहते हैं, वाहन कछुआ के चाल की तरह चलते हैं, जिसके कारण लोग अपने मंजिल तक समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। गंगा के किनारे बनने वाले मरीन ड्राइव कई वर्ष बीत जाने के बाद भी बनकर तैयार नहीं हुए।
पटना सिटी का पश्चिम दरवाजा से नई सड़क तक डॉक्टर साहब एवं आम लोगों की गाड़ियां बीच सड़क पर ही लगी रहती है क्योंकि उनके पास पार्किंग नहीं है। इसी तरह मीना बाजार, चैलीताड, खाजेकला, मच्छरहट्टा, मारूफगंज, मालसलामी, पटना साहिब स्टेशन, नाला पार, फसाद की मैदान, कांठ का पुल, अगम कुआं पुल के नीचे एवं एनएमसीएच अस्पताल के रास्ते में जाम लगा हुआ रहता है जिसको ना तो कोई देखने वाला है ना कोई सुनने वाला है। स्थानीय थाने की गाड़ी घूमते रहती है लेकिन जाम नहीं छुड़ाते हैं जवान गाड़ी में बैठ कर मोबाइल पर व्हाट्सएप एवं फेसबुक चलाते रहते हैं या फिर किसी परिचित से बतियाने में मशगूल रहते हैं। कभी भी इसकी तहकीकात किया जा सकता है।
यातायात रेगुलेशन की गाड़ियां पटना सिटी में कभी जाम छुड़ाने के लिए नहीं जाती है। परेशान वाहन चालक रात दिन अपने भाग्य और किस्मत को कोसते हैं।
19 नवंबर गुरु नानक देव की जयंती है लाखों लोग गुरुद्वारा में माथा टेकने के लिए आते हैं बिना जाम में फंसे हुए वापस नहीं लौटते हैं। पत्रकारों की टीम वाहन चालकों से अगले सप्ताह फीडबैक लेगी और यातायात पदाधिकारियों को इससे अवगत कराएगा।