प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान: जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच / रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readप्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान: जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच / रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व की गई जांच
– कोविड-19 जांच,व टीकाकरण के साथ आवश्यक परामर्श दिया गया
मोतिहारी ,15 नवम्बर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत जिले के कई प्रखंड अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदापुर , पकड़ीदयाल, चकिया, रक्सौल,में गर्भवती समेत अन्य महिलाओं के स्वास्थ्य की जाँच की गई। आदापुर प्रखंड के डॉ मरियम खातून और डॉ नरेंद्र निषाद के द्वारा संयुक्त रूप से गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी। जिसमें एएनएम नूतन, कुमारी संगीता,प्रेमलता कुमारी ने सहयोग किया। डॉ मरियम ने बताया कि अलग-अलग कई तरीकों की जांच बीपी ,वजन, एफएचएस, हीमोग्लोबिन, शुगर , एचआईवी जांच, ब्लड ग्रुप ,मलेरिया , कोविड-19 आदि जांच के साथ ही कोविड टीकाकरण किया गया। मौके पर डॉक्टरों द्वारा महिलाओं को एनीमिया व कुपोषण के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई।
– कोविड-19 टीका गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चे दोनों के लिए है सुरक्षित:
आदापुर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सक डॉ राजेश कुमार साहनी ने बताया कि कोविड-19 टीका लगाने से महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने के साथ ही उनके बच्चे में भी इसका विकास होगा। गर्भावस्था में महिलाओं को विभिन्न तरह की समस्याओं से गुजरना होता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिलाओं द्वारा कोविड-19 टीका लगाया जाता है तो उसे बीमारियों से लड़ने में आसानी होगी। अगर कोई महिला गर्भकाल के दौरान कोविड-19 की शिकार होती है तो उन्हें चिकित्सक से संपर्क कर जरूरी उपचार कराना चाहिए। जैसे ही महिला संक्रमण से सुरक्षित होती हैं तो तुरंत उसे कोविड-19 टीका लगा लेना चाहिए। टीका लगाने से गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे में भी संक्रमण का अंश खत्म हो जाता है। गर्भवती महिलाओं की तरह ही माहवारी के समय में भी महिलाएं कोविड-19 टीका लगा सकती हैं। कोविड-19 टीका का प्रभाव महिलाओं के माहवारी के दौरान होने वाले हार्मोन्स सम्बन्धी बदलाव में नहीं होता। टीका लगाने के पश्चात किसी को भी हल्का बुखार, सर दर्द, हाथों में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द आदि महसूस हो सकता है लेकिन टीकाकरण के बाद यह सामान्य है। हल्का बुखार, सर दर्द आदि कोविड-19 टीका के आपके शरीर में असर दिखाने के ही लक्षण हैं। इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
– जननी बाल सुरक्षा योजना के आर्थिक लाभ:
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश साहनी ने बताया जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी दोनों प्रकार की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने के बाद अलग-अलग प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। जिसमें ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1400रु . एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रु . दिया जाता है। साथ ही इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों पर संदर्भित करने के लिए आशा कार्यकर्ता को भी प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है । जिसमें प्रति प्रसव ग्रामीण क्षेत्रों में 600 रु .एवं शहरी क्षेत्रों के लिए 400 रु .दिया जाता है । इस योजना के तहत संस्थागत प्रसव पर आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ रही है।
मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार साहनी, डॉ प्रियदर्शिनी,डॉ मरियम खातून, डॉ मोनिका गुप्ता, जीएनएम प्रतिमा कुमारी, नूतन कुमारी, उषा कुमारी, जीएनएम सोनी, प्रतिमा, आभा, उषा,संगीता कुमारी, नूतन कुमारी केयर इंडिया के स्वास्थ्य प्रबंधक श्रीनारायण सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
गर्भवती महिलाएं ऐसे रखें ख्याल
•संतुलित आहार लें।
•खुराक (डाइट) में विटामिन शामिल करें।
•तेल, घी मसालेदार खाने से परहेज़ करें ।
•बुखार होने पर घबराएं नहीं
•इम्युनिटी का विशेष खास ख्याल
•कोरोना के लक्षण है तो तुरन्त डाक्टर से संपर्क करें ।
•पैरासिटामोल, विटामिन सी, फोलिक एसिड, जिंक और बी कांप्लेक्स दवा जरूर रखें ।
•हर दिन हल्का व्यायाम जरूर करें
•तनाव न लें।