दैनिक भास्कर के पत्रकार विजय कुमार मेहता अब इस दुनिया में नहीं रहे। रिपोर्ट अशरफ वैशालवी
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दैनिक भास्कर के पत्रकार विजय कुमार मेहता अब इस दुनिया में नहीं रहे।
रिपोर्ट अशरफ वैशालवी
महनार वैशाली । महनार के दैनिक भास्कर के पत्रकार व शिक्षक विजय कुमार मेहता अब इस दुनिया में नहीं रहे वह आज सुबह सवेरे पटना के एक निजी अस्पताल में आख़री सांस ली वह 42 वर्ष के थे अपने पिछे पत्नी के अलावा एक बेटा एक बेटी समेत भरा पुरा परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए इनका आकस्मिक निधन की सूचना मिलते ही शिक्षा जगत से लेकर राजनीतिक पार्टियों और पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई जिसने भी यह मनहूस खबर सुनी स्तब्ध रह गये और आखिरी दर्शन के लिए इनके घर न्यु रोड महनार और फिर सुल्तानपुर इनके ससुराल पहुंच गए चुके इन दिनों अपने ससुराल में ही बाल बच्चों के साथ यह रहे थे कि अचानक 22 अक्तूबर को तबियत बिगड़ी तो परिवार के लोगों ने पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया फिर वहां से आई जी एम एस राजाबाजार पटना में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान आज शनिवार को मौत के आगोश में चले गए विजय कुमार मेहता एक न सिर्फ पत्रकार बल्कि यह अच्छे शिक्षक भी थे वर्ष 2012 में उ, मध्य विद्यालय बलवा जयराम महनार में नियुक्त होकर पठन पाठन करते हुए बाकी समय में पत्रकारिता भी करते रहे काफी कुशल कर्मठ योग्य मिलनसार हंस मुख और अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे वह महनार उच्च विद्यालय से मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद इंटर बी ए पास किए वह शुरू में कोचिंग सेंटर भी चलाया जहां शिक्षा के साथ-साथ छात्र छात्राओं को कम्प्यूटर की भी शिक्षा दी वर्ष 2008 में राष्ट्रीय सहारा हिंदी में पत्रकारिता की शुरुआत की उसके बाद दैनिक भास्कर में जुड़े और आखिरी सांस तक लिखते रहे वह मुसीबत में भी हंसते रहे इनमें हंसने हंसाने का कला था किसी की बात मुंह पर ही निर्भीक होकर रख देते साफ दिल के युवा शिक्षक थे शिक्षक के रूप में कम पत्रकारिता जगत में ज्यादा जानने जाते थे यह मूल रूप से पातेपुर वैशाली के थे लेकिन इनकी मां बालिका उच्च विद्यालय महनार में शिक्षिका थी पिता बैंक में थे आने जाने की सुविधा को देखते हुए न्यू रोड पटेल चौक पर जमीन खरीद कर घर बनाया और यही के होकर रह गए विजय कुमार की जन्म और शिक्षा दीक्षा महनार में ही हुई यही पले बढ़े ।इनका ननिहाल भी जंदाहा में है । माता पिता के सामने जवान बेटा की अर्थी उठे उसका दर्द कितना होगा वह माता पिता और जिंदा दिल इंसान ही जानते हैं हालांकि मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता है और दुःख ज्यादा तब होती है जब कच्ची उम्र में मृत्यु हो जाएं हम सब के सहयोगी मित्र विजय कुमार मेहता जी कच्ची उम्र में इस दुनिया से चले गए जिसका सदमा न सिर्फ परीजनो का है बल्कि महनार वासीयों का भी है जिस कारण महनार क्षेत्र में शोक की लहर है दोपहर में महनार गंगा नदी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया । इनके निधनं पर राजद नेता जवाहर साह , आबिद हुसैन , गंगा राय, पुलिस राय , मोहम्मद इम्तियाज अहसन , जया कामरान , अभय राय इरशाद अंसारी , रमेश कुमार , शैलेश कुमार सिंह , डाउन सिंह , आनन्द जयसवाल , अयाज़ अहमद खान ,जसीम खां , जीशान खा अफजल खान , नुरूद्दीन अंसारी , अनम सुल्तान खां सद्दाम खा अशोक राय , राजेंद्र प्रसाद यादव , पत्रकार कलीम अशरफ , शाहनवाज आता , कृत्यानंद सिंह , रवि कुमार , ज्ञानेंद्र कुमार सिंह , राजेश कुमार , मनोहर कुमार , प्रवीण कुमार सिंह समेत अन्य लोगों शोक व्यक्त किया है