ज्वाइंट सर्पोटिव सुपरविजन की टीम चार दिवसीय दौरे पर /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
ज्वाइंट सर्पोटिव सुपरविजन की टीम चार दिवसीय दौरे पर /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– जिले में टीबी की वस्तुस्थिति का लेगी जायजा
– मंगलवार को बिदुपुर, जंदाहा और शहरी क्षेत्र का किया मुआयना
वैशाली। 19 अक्टूबर
जिले में टीबी की स्थिति की वस्तुस्थिति और कार्यशैली का मुआयना करने के लिए केंद्र की ज्वाइंट सर्पोटिव सुपरविजन की चार सदस्यीय टीम मंगलवार को वैशाली आयी। जिसमें उन्होंनें बिदुपुर, जंदाहा और हाजीपुर के शहरी क्षेत्रों में टीबी विभाग की कार्यशैली और संसाधनों की स्थिति का जायजा लिया। चार सदस्यीय टीम में एनटीआइ बंगलुरू से डॉ उमाशंकर, बिल्स एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन से डॉ समीर कुमता, जपाइगो से डॉ अर्पिता चौधरी, डॉ सुधांशु सागु और डब्ल्यूएचओ के डॉ कुमार गौरव शामिल थे। जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी ने बताया कि फील्ड विजिट के बाद जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में पीपीटी के माध्यम से जिले में टीबी विभाग को एक नजर में रखा गया। डॉ सुनील केसरी ने बताया कि टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 2025 रखा गया है। इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स भी अब टीबी रोगियों की पहचान कर रहे हैं। इसके एवज में उन्हें प्रत्येक मरीज कुछ राशि भी प्रदान की जाती है।
घट रही है टीबी मरीजों की संख्या
डॉ सुनील केसरी ने कहा कि जिले में टीबी मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखी जा रही है। 2019 में जहां टीबी मरीजों की संख्या 2589 थी वहीं 2020 में यह घटकर 2062 हो गयी। अभी सितम्बर तक के आंकड़ों में जिले में कुल 1622 टीबी मरीज मिले हैं। वहीं निक्षय योजना में अगस्त 2021 तक कुल 3573 मरीज पात्र हैं।
21 से 9 नवंबर तक टीबी रोगी खोज अभियान
डॉ सुनील केसरी ने कहा कि 21 अक्टूबर से 9 नवंबर तक जिले में टीबी रोगियों के लिए विशेष अभियान चलेगा। जिसमें प्रखंड के दूरस्थ एवं चिन्हित कठिन क्षेत्रों में आशा एवं अन्य सामुदायिक उत्प्रेरक की दो सदस्यीय टीम गठित कर कम से कम 50 घरों में भ्रमण करेगी। टीबी रोगियों की खोज कर उनके ईलाज एवं बलगम जांच की व्यवस्था भी करवाई जाएगी। मौके पर पूर्व संचारी रोग पदाधिकारी डॉ शिव कुमार रावत, डीपीएस राजीव कुमार, डॉ राहुल प्रियरंजन, डॉ रविकांत सिंह, उपाधीक्षक डॉ एसके वर्मा सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।