फाइलेरिया मुक्त अभियान: जिले के कई क्षेत्रों में फिर शुरू हुआ एमडीएम दवा सेवन कार्यक्रम /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readफाइलेरिया मुक्त अभियान: जिले के कई क्षेत्रों में फिर शुरू हुआ एमडीएम दवा सेवन कार्यक्रम /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
-2 वर्ष से ऊपर के बच्चों और लोगों को खिलाई जा रही है डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली
मोतिहारी, 05 अक्टूबर। जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दूसरे चरण की शुरुआत की गई है। पुनः 4 अक्टूबर से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसके तहत पूर्वी चंपारण जिले के लोगों को फाइलेरिया से बचाव को आशा कार्यकर्ताओं के सामने स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से फाइलेरिया से बचाव को दवा खिलाई जा रही है। साथ ही केंद्रीय टीम के प्रभात भारतीय के द्वारा मेहसी प्रखंड के मिर्जापुर गाँव सहित अन्य स्थानों पर जाकर फाइलेरिया अभियान से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया गया। वहीं निरीक्षण के दौरान फाइलेरिया बीमारी के लक्षणों व उसके उपचार व बचाव के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी गई। साथ ही केंद्रीय टीम के सदस्यों द्वारा फाइलेरिया बीमारी से बचाव के लिए दवा का महत्व समझाते हुए सेवन करने को जागरूक किया गया।
– फाइलेरिया बीमारी के लक्षण :
केंद्रीय टीम के प्रभात भारतीय ने बताया कि फाइलेरिया को हाथीपाँव रोग के नाम से भी जाना जाता है। जिसमें बुखार का आना, शरीर पर लाल धब्बे या दाग का होना एवं शरीर के अंगों में सूजन का आना फाइलेरिया के शुरुआती लक्ष्ण होते हैं। यह क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से फैलता है। आमतौर पर बचपन में होने वाला यह संक्रमण लसिका (लिम्फैटिक) प्रणाली को नुकसान पहुँचाता है। फाइलेरिया से जुडी विकलांगता जैसे लिंफोइडिमा( पैरों में सूजन) एवं हाइड्रोसिल (अंडकोश की थैली में सूजन) के कारण पीड़ित लोगों की आजीविका एवं काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने बताया कि दवा के सेवन के उपरांत कुछ लोगों को अनुषंगी प्रभाव जैसे पेट दर्द, उल्टी बुखार, चक्कर इत्यादि होने की संभावना है, परंतु इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह सामान्य लक्षण है। अगर किसी को किसी प्रकार की विशेष तकलीफ या दिक्कत होती है तो वैसे लोग जाकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक की सलाह से अपनी स्वास्थ्य जांच करा सकते हैं।
– पूर्वी चम्पारण में चलाया जा रहा है अभियान:
भीबीडी कंसल्टेंट अभिषेक कुमार ने कहा कि फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए सरकार द्वारा पूर्वी चंपारण जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का प्रयोग करें , व जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाए। उन्होंने बताया कि मेहसी के कई वार्ड में फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के संबंध में आशा, से जानकारी लेते हुए लोगों को जागरूक किया गया।
– इन्हें नहीं करना है दवा का सेवन:
अभिषेक कुमार ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें। बताया 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित एवं गर्भवती महिला को फाइलेरिया की दवा का सेवन नहीं करना है।
– जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी ने बताया ऐसे खानी है दवा :
इस अभियान में डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जा रही है। अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है।