विद्यालय खुलते ही अनुश्रवण करने पहुंचे बीआरपी डॉ आलोक । रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।
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विद्यालय खुलते ही अनुश्रवण करने पहुंचे बीआरपी डॉ आलोक । रिपोर्ट सुधीर मालाकार । महुआ ( वैशाली) कोरोना काल के कारण लंबे समय के बाद 16 अगस्त को पहली से लेकर आठवीं तक की कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 50% उपस्थिति के साथ पठन पाठन के लिए विद्यालय खोले गए । लंबे समय के बाद शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के बीच पठन-पाठन के लिए एक साथ होना, मानो बिगड़ी हुई लय को फिर से स्थापित करना था । कोरोना गाइडलाइन के अनुसार सभी विद्यार्थियों के मुंह पर मास्क हो, सैनिटाइजर का प्रयोग एवं विद्यालयों की साफ सफाई ध्यान हेतु शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित किया गया था। शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन किस प्रकार किया जा रहा है । अनुश्रवण के लिए प्रखंड संसाधन केंद्र महुआ द्वारा विभिन्न विद्यालयों का अनुश्रवण का कार्य जारी है ।इसी क्रम में महुआ प्रखंड संसाधन केंद्र के वरीय साधन सेवी डॉ आलोक कुमार द्वारा कन्या मध्य विद्यालय महुआ, बुनियादी मध्य विद्यालय कन्हौली सहित अन्य कई विद्यालयों में जाकर अनुश्रवण का कार्य किया। वैसे विद्यालय लंबे अंतराल के बाद खुले थे ,जिससे शिक्षकों एवं छात्रों के बीच समन्वय व्यवस्था पूर्णरूपेण ठीक नहीं पाई गई, फिर भी संतोषजनक व्यवस्था देखने को मिला ।शिक्षकों को लेट लतीफ आने की आदत भी देखने को मिला ।जहां पर कुछ शिक्षकों को छोड़ सभी शिक्षक उपस्थित पाए गए तथा छात्रों के बीच पठन-पाठन को पुनः सुचारु रुप से संचालन करते देखे गए। लॉक डाउन होने के कारण वर्ग संचालन नहीं होने से पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए स्क्रैच कैचप सिस्टम के द्वारा विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम पूरा करने की व्यवस्था की गई है। डॉ आलोक ने बताया कि विद्यालयों में अनुश्रवण के दौरान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं उम्र सापेक्ष गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए अन्य कार्यक्रम को सफल संचालन का सलाह दिया गया ,साथ ही साथ कोविड-19 प्रोटो कॉल का पालन, सैनिटाइजर का प्रयोग, परिसर की साफ-सफाई, मास्क का उपयोग ,बच्चों के किताब एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधि का अनुसरण किया गया। अनुश्रवण के दौरान बुनियादी मध्य विद्यालय कन्हौली में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी योगेंद्र साहू भी उपस्थित थे।