कटोरी मेथड से खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा : डॉ सतीश /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readकटोरी मेथड से खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा : डॉ सतीश /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– जनजागरुकता पर किया जाएगा फोकस
– 20 तारीख से सर्वजन दवा सेवन अभियान होगा शुरु
– चौदह दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
मुजफ्फरपुर। 11 अगस्त
जिले में 20 सितंबर से शुरु होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के लिए बुधवार को एमसीएच में ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर का आयोजन किया गयाा। जिसमें सभी प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी नामित भीबीडी, बीसीएम और बीएचम शामिल थे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि फाइलेरिया चक्र में सभी स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने दवा खिलाना सुनिश्चित करें। पूर्व के कार्यक्रम की उपलब्धियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अक्सर लोग आशा एवं अन्य कर्मीयों द्वारा दी गई फाइलेरिया की दवा को नहीं खाते हैं। इसलिए उन्हें अपने सामने दवा खिलाएं।
ट्रेनिंग डब्लूएचओ के जोनल कोऑर्डिनेटर आरती शर्मा के द्वारा दिया गया। वहीं मौके पर जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि 20 सितंबर से सर्वजन दवा सेवन का चक्र 14 दिनों का होगा। जिसमें कोविड के प्रोटोकॉल के तहत कटोरी मेथड से दवा खिलायी जाएगी। जिसमें दवा को कटोरी में आशा रख देगी और लोगों को सामने में वह गोली खानी होगी। वर्तमान में जिले के कुल चार प्रखण्ड (मुशहरी, मोतीपुर, मीनापुर एवं सकरा) में सर्वाधिक फलेरिया के मरीज़ हैं। जहां सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा फाइलेरिया मरीजों का मुफ्त इलाज एवं आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक जिले के 09 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएमडीपी का आयोजन किया गया है, शेष स्थानों पर यथाशीघ्र आयोजन किया जाएगा। एमएमडीपी कैम्प से लोगों में फाइलेरिया से संबंधित जानकारी बढ़ती है।
ऐसे खानी है दवा : इस अभियान में डीईसी एवं एलबेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है। अभियान के छठे और 14वें दिन छुटे हुए लोगों को दवा खिलाई जाएगी।
जन-जागरूकता पर बल : अभियान के विषय में जन-जागरूकता बढ़ाने में जीविका, पंचायती राज विभाग एवं शिक्षा विभाग के साथ पीसीआई की अहम भूमिका है। जिले में गठित स्वंय सहायता समूहों में जीविका कार्यकर्ता दवा सेवन के फ़ायदों के बारे में लोगों को अवगत कराएंगी। साथ ही यह सुनिश्चित कराएंगी कि अभियान में दवा का सेवन शत-प्रतिशत हो।
ट्रेनिंग में सिविल सर्जन विनय कुमार शर्मा, जिला भिबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, डब्लूएचओ की आरती शर्मा, केअर डिटीएल सौरभ तिवारी, भिबीडीसी पुरुषोत्तम कुमार, सुधीर कुमार एवं सभी सीएचसी, पीएचसी के भिबीडी, बीसीएम, बीएचएम उपस्थित थे।