सिगरेट-बीड़ी, गुटखा खाने वालों के खिलाफ चला अभियान/रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readसिगरेट-बीड़ी, गुटखा खाने वालों के खिलाफ चला अभियान/रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– सदर अस्पताल, शिवहर में अभियान 10 लोगों ने भरी जुर्माने की राशि
शिवहर, 10 अगस्त।
कोरोना महामारी और गंभीर रोगों से बचाव के लिए मंगलवार को सदर अस्पताल परिसर और उसके आस-पास सिगरेट, बीड़ी पीने वाले एवं गुटखा- तंबाकू खाने वालों लोगों के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डॉ सुरेश राम के नेतृत्व में छापामारी अभियान चलाया गया। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 10 लोगों को जुर्माना भरना पड़ा। कोटपा कानून का शक्ति से अनुपालन कराने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों के विरुद्ध छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। डॉ सुरेश राम ने बताया कि कुल 10 लोगों को पकड़ा गया जिसमें 04 लोगों को सिगरेट,बीड़ी पीते हुए पकड़ा गया है और 06 लोगों को तम्बाकू पदार्थों के सेवन करते हुए पकड़ा गया है। इन सभी लोगों से जुर्माना कुल 780 रु वसूला गया।
तंबाकू सेवन से मुंह कैंसर की संभावना
सोशियो इकानॉमिक एण्ड एडुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी, (सीड्स) के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने बताया तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक बन रहा है। इसमें भी पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करना, खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। यह युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित गैट्स 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आने की बात है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5% से घट कर 25.9% हो गया है। जिसमें चबाने वाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5% है।अभी करोना वायरस से आम लोगों को बचाने के वास्ते आवश्यक है कि सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों को रोका जाए।
कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम
सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने बताया कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बहुत हीं हानिकारक है। थूकना संक्रमण रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की संभावना रहती है। भा.द.वि. (आईपीसी) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरुद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह की कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।
कोटपा कानून का अनुपालन जरूरी
मनोज कुमार झा ने कहा कि शिवहर जिला को धूम्रपान मुक्त जिला बनाने के लिए यह आवश्यक है कि कोटपा कानून का अनुपालन कराने की प्रक्रिया में तेज गति होनी चाहिए। जिससे कि जिला को धूम्रपान मुक्त जिला बनाया जा सके। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला वासियों एवं जिला के सभी विभागों का सहयोग आवश्यक है। हम सभी के प्रयास से हमारी आने वाली पीढ़ियों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सकता है। इसलिए इस अभियान में सभी को शमिल होना चाहिए।
तंबाकू चबाने वाले कोरोना वायरस से रहें सतर्क
डॉ सुरेश राम के मुताबिक तंबाकू चबाने वालों को गंभीर रोग जैसे- कैंसर, फेफड़े की गंभीर बीमारी और मधुमेह से ग्रसित होने की संभावना सबसे अधिक रहती है। ऐसे में कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद तंबाकू चबाने वालों में गंभीर श्वसन संक्रमण रोग होने की संभावना रहती है।