अनुमंडलीय अस्पताल में हुई टीबी उन्मूलन कार्यशाला – टीबी से बचाव के लिए विस्तार से दी गई जानकारियां मोतिहारी,17 मार्च।
अनुमंडलीय अस्पताल में हुई टीबी उन्मूलन कार्यशाला
– टीबी से बचाव के लिए विस्तार से दी गई जानकारियां
मोतिहारी,17 मार्च।
देश जीतेगा टीबी हारेगा मिशन के तहत बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल पकड़ीदयाल में टीबी उन्मूलन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पकड़ीदयाल एवं प्रखंड अंतर्ग त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपस्थित हुए। जिसका शुभारंभ उपाधीक्षक सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वीणा चौधरी ने किया। इस मौके पर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक अनीश कुमार, सीनियर लैब टेक्नीशियन ओम प्रकाश अरुण द्वारा सभी आगंतुकों का स्वागत किया गया। साथ ही टीबी से संबंधित सभी विषयों पर चर्चा की गई। इस मौके पर पूर्व के मरीज जो टीबी की दवा खाकर ठीक हुए सीताराम सिंह ने अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने टीबी जन जागरूकता के लाभ को बताया। इस मौके पर केयर के मनीष भारद्वाज, केयर के प्रखंड प्रबंधक सतीश कुमार सिंह, पकड़ीदयाल प्रखंड लेखापाल अनिल कुमार मंडल, बद्रीलाल प्रसाद, विनोद कुमार, राजेश सिंह, अशोक कुमार, अशोक पासवान, राजेश्वर प्रसाद, पिंकी, प्रिया कुमारी मौजूद रहीं।
दवा वितरण पर विशेष जानकारी दी गई
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा निर्धारित थीम टीबी हारेगा देश जीतेगा को लेकर था। इस मौके पर टीवी से संबंधित लक्षण उसके इलाज दवा वितरण पर विशेष जानकारी दी गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में टीबी के संभावित रोगियों की स्क्रीनिंग भी की जाती है। परीक्षण उपरांत रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जाता है। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज
जिले के सभी प्रखंडों में प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। जहां पर वह अपना इलाज करा सकते हैं। इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है। जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। इससे टीबी के मरीजों को काफी सहूलियत होती है। टीबी मुक्त बनाने का संकल्प है और इसीलिए टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। टीबी रोगी सघन खोज अभियान में टीबी के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया गया है। अंत में कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा शपथ लेकर की गई कि हम सभी अपने अपने जगह पर टीबी रोग के बचाव हेतु लोगों के बीच इसकी जानकारी देना सुनिश्चित करेंगे।