बुनियादी विद्यालय में प्रशिक्षित शिक्षक ही बहाल होंगे /
1 min readबुनियादी विद्यालय में प्रशिक्षित शिक्षक ही बहाल होंगे
बक्सर/ पटनाः बुनियादी सुविधाओं और डिजिटलीकरण की कमी से जूझते सरकारी स्कूलों में टीचर भी कम हो रहे हैं। ये हाल तब है जबकि कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई के दबाव और जरूरतों ने सरकारी स्कूलों के बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी बनी हुई है। इन स्कूलों में 50 प्रतिशत से भी कम शिक्षक तैनात हैं। जबकि नई शिक्षा नीति में छात्र और शिक्षक का अनुपात 30: 1 रखने को कहा गया है। वैसी परिस्थिति में बुनियादी विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षकों की बहाली का रास्ता साफ हो गया है।
बुनियादी विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षकों की बहाली को लेकर पिछले वर्ष नीतीश कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद त्रि-स्तरीय कमिटी के आदेश के आलोक में बुनियादी विद्यालय के प्रशिक्षित अभ्यर्थी अब बेहिचक शिक्षक बन सकते हैं। प्रशिक्षित शिक्षक बहाल करने की यह प्रक्रिया करीब एक वर्ष से चल रही है। सरकार की ढुल मुल नीति के चलते अभी तक बुनियादी शिक्षकों का समायोजन नहीं हो पाया है। वर्ष 2012 में कोर्ट के आदेश से सरकार ने मुकम्मल कदम उठाया था। बाद में सन् 2018 में केन्द्र सरकार का एक आदेश आया कि सन् 2019 से प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी ही अब शिक्षक बनने के योग्य होंगे। सूत्रों की मानें तो बुनियादी महानिदेशालय के आदेश के आलोक में सभी शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण सर्टिफिकेट को जाँच अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। जांच के उपरांत शिक्षक नियोजन को प्रक्रिया आगे बढ़ायी जाएगी। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि बुनियादी महानिदेशालय अब तमाम शिक्षक अभ्यर्थियों को दिसम्बर माह तक प्रशिक्षण सर्टिफिकेट जमा करने को कहा है। ज्ञात हो कि इन बुनियादी विद्यालयों की नीय राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने रखी थी।ट