सोनी ने रंगोली और मेहंदी के माध्यम से किया महिलाओं को जागरूक/रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readसोनी ने रंगोली और मेहंदी के माध्यम से किया महिलाओं को जागरूक/रिपोर्ट नसीम रब्बानी
-सोनी की समझदारी ने बढाई कोविड टीकाकरण में महिलाओं की हिस्सेदारी
– सुबह 5 बजे ही निकल जाती थी जागरूक करने
मुजफ्फरपुर, 20 जुलाई।
महिलाएं हमारे समाज का आधा हिस्सा हैं। वह कई नई युगों की प्रणेता भी हैं। ऐसे में कोविड टीकाकरण महिलाओं की हिस्सेदारी के बिना सफल नहीं हो पाता। चाहे वह जागरूक करने वाली महिला कार्यकर्ता हो या टीकाकरण कराने वाली महिलाएं, हरेक ने वन वीक मुरौल कम्पलीट में अहम हिस्सेदारी निभाई है। इन सबके बीच एक ऐसी भी महिला हैं जिनकी हिस्सेदारी और जज्बे ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। वह हैं मुरौल प्रखंड के महमदपुर गांव की जीविका मित्र सोनी शर्मा। जिनके प्रयास से न सिर्फ महमदपुर बल्कि दामोदरपुर सहित पास के तीन से चार गांव में टीकाकरण को शत- प्रतिशत के करीब पंहुचाया।
महिलाओं की हिस्सेदारी पर दिया जोर
जीविका मित्र सोनी शर्मा कहती हैं डब्ल्यूएचओ के मुताबिक जिले में 97 प्रतिशत लोगों ने टीकाकरण कराया है। इसमें आधी आबादी महिलाओं की है, जिन्होंने दहलीज लांघ टीकाकरण कराया, पर यह इतना आसान नहीं था। इसके लिए महिलाओं के बीच जाती थी, उन्हें टीकाकरण के बारे में बतलाना। उस पर लोगों के भ्रम को मिटाना। अपना उदाहरण देना कि मेरे घर में भी सभी ने टीकाकरण कराया, पर किसी को कुछ नहीं हुआ। कुछ महिलाओं ने बात को गम्भीरता से लेते हुए खुद भी पहल की और अपने परिवार के बाकी सदस्यों का भी टीकाकरण कराया। महिलाओं के बीच जाकर उनके हाथों पर मेहंदी लगाती थी ताकि वह टीकाकरण करा लें। किसी के घर के सामने रंगोली बना दी ताकि आते जाते भी लोग जागरूक हों।
मिशन मोड में फैलाई जागरूकता
सोनी कहती हैं वन वीक मरौल कम्पलीट अभियान को सफल बनाने के लिए सुबह 5 बजे से ही तैयारी शुरू होती थी। कम समय में ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचानी थी। इसके लिए मैंने निजी तौर पर भी एक ग्रुप तैयार किया था। जिसमें मेरे देवर और उनके साथी भी जुड़े। उनका काम मेरे द्वारा सही जानकारी पर गांव के पुरुषों को टीकाकरण के बारे में जागरूक करना था। किसी के कराए गए टीकाकरण का उदाहरण दूसरों को देती थी। इसी तरह क्रम जुड़ता गया और वन वीक मुरौल कम्पलीट में मेरी भी सहभागिता रही इसकी मुझे खुशी है।