December 17, 2024

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खरमास के साथ ही बीत रहे 2024 का शुभ लग्न समाप्त

खरमास के साथ ही बीत रहे 2024 का शुभ लग्न समाप्त
शीत ऋतु में शुभ लग्न पर खूब हुई शादी विवाह, धनु की संक्रांति हो जाने से खरमास दोष होने के कारण शुभ लग्न सहित अन्य शुभ कार्यों के लिए करना होगा एक महीने इंतजार, अब एक महीने बाद नए वर्ष में गूंजेगी शुभ लग्न की शहनाई
महुआ। रेणु सिंह
शीत ऋतु और बीत रहे वर्ष का शुभ लग्न पर सोमवार को धनु की संक्रांति खरमास दोष हो जाने के कारण विराम लग गया। अब शुभ लग्न की शहनाई एक महीने बाद नववर्ष पर गूंजेगी। वही खरमास के कारण पूजा पाठ, यज्ञ, विभिन्न संस्कार को छोड़कर अन्य सभी शुभ कार्य अब आगामी 15 जनवरी को खरमास समाप्त होने के बाद ही हो सकेंगे।
पंडितों ने बताया कि इस बार शीत ऋतु में काफी लग्न रहा। वहीं शादियां भी अधिक हुई। खरमास दोष हो जाने के कारण शुभ लग्न की शादियां सहित अन्य शुभ कार्य अब 1 महीने तक नहीं हो सकेंगे। हालांकि खरमास में पूजा पाठ, यज्ञ, बच्चों के विभिन्न संस्कार आदि होंगे।
लग्न समाप्त होते हैं बाजारों में छाने लगी विरानगी:
इधर लग्न को लेकर बाजारों में खरीदारों की भीड़ होने से गुलजार रहा। वही लग्न समापन के साथ पुरोहित, नाई, कारीगर, बैंड, आर्केस्ट्रा ट्रॉली, हलवाई, टेंट समियाना संचालक के साथ शुभ सामान बेचने वाले बेरोजगार हो गए। उन्हें एक महीने बाजार चलने का इंतजार करना पड़ेगा। इधर महुआ बाजार में शुभ सामान बेचने वाले दुकानदारों ने बताया कि अब एक महीने तक उन्हें दूसरे कार्य से जुड़ना पड़ेगा। उधर महादलित बस्तियों में लग्न को लेकर खूब हो रही डाला दउरा की बिक्री पर भी विराम लग गई है। शुभ सामान बेचने वाले दुकानदारों और डाला दउरा बनाने वाले महादलितो ने बताया कि उन्हें एक महीने तक काम चलने का इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि शुभ लग्न में शुभ सामान की बिक्री नहीं करते बल्कि उसकी बख्शीश लेते हैं। दूल्हे के माला, मौड़ी, टोपी और दुल्हन की सिंघोड़ा, ढोलना आदि की कीमत नहीं बख्शीश ली जाती है। इसी तरह महादलित बस्तियों में डाला दौरा बनाने वाले भी उसकी कीमत नहीं बल्कि मुंहमांगा बख्शीश लेकर ही देते हैं। उनका कहना है कि इसे खरीदने के लिए दूल्हे के बहन, जीजा या अन्य रिश्तेदार आते हैं। जिनसे कीमत नहीं बख्शीश ली जाती है। इधर पुरोहित और नाई की भी बेरोजगार हो गए हैं। लग्न को लेकर उनकी मांग अधिक थी। खरमास के कारण बाजारों में विरानगी छाने लगी है।

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