जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा एनटीपीसी कांटी के अधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की गई।/रिपोर्ट अंजुम शहाब
जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा एनटीपीसी कांटी के अधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की गई।/रिपोर्ट अंजुम शहाब
मुज़फ़्फ़रपुर : राष्ट्रीय विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड कांटी से संबंधित चल रहे विभिन्न योजनाओं की पूर्णता की दिशा में कतिपय अवरोधों को देखते हुए जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा एनटीपीसी कांटी के अधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की गई।
एनटीपीसी कांटी द्वारा एस पाइप लाइन कॉरिडोर, एस डाइक परियोजना ,निर्माणाधीन कॉफर डेम , मेकअप वाटर पाइप लाइन परियोजना के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। उक्त योजनाओं के क्रियान्वयन के दिशा में उत्पन्न अवरोध पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
महाप्रबंधक एनटीपीसी के द्वारा बताया गया कि ऐश पाइपलाइन कॉरिडोर के संरेखण में आने वाले अधिकांश भूधरियों का मुआवजा भुगतान हो चुका है। उसमें 4 गांव ऐसे हैं जहां के भूधारी मुआवजा भुगतान लेने से इंकार कर रहे हैं तथा वर्तमान दर से मुआवजा भुगतान की मांग कर रहे हैं। बताया कि अभी भी 11.4 एकड़ के आसपास भूमि का अधिग्रहण करना शेष है। इस परियोजना में कुल 30 रैयत हैं जिनमें से 14 रैयतों के द्वारा भुगतान ले लिया गया है।शेष 16 का भुगतान करना शेष है। बताया गया कि उनके द्वारा कार्य करने में व्यवधान किया जा रहा है। इस संबंध में जिला भू अर्जन अधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि शेष 11.4 एकड़ के रैयतों के स्वामित्व से संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। भुगतान प्राप्त करने एवं आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने हेतु शिविर का आयोजन किया जाता रहा है तथा लोगों को माइकिंग के माध्यम से सूचनाएं भी दी जाती रही है। परंतु हितसंबद्ध
भूधारी उपस्थित नहीं हो रहे हैं। निर्देश दिया गया कि हितसम्बद्ध भूधारियों को अंतिम रूप से एक नोटिस दिया जाए। बावजूद इसके यदि वे उपस्थित नहीं होते हैं तो प्राधिकार में राशि जमा करा दी जाय। स्थल पर कार्य प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी एवं पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी को भी सहयोग करने का निर्देश दिया गया।
इस तरह बैठक में एस डाइक परियोजना ,निर्माणाधीन कॉफर डैम तथा मेकअप वाटर पाइप लाइन परियोजना की भी समीक्षा की गई।उक्त परियोजनाओं के क्रियान्वयन में उत्पन्न व्यवधान के समाधान की दिशा में प्रभावी कार्य करने हेतु भू अर्जन पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को विशेष निर्देश दिया गया। एनटीपीसी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उन स्थलों की सूची उपलब्ध कराई जाए जहां कार्य में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।