गुरु नानक देव के जन्मदिवस प्रकाशोत्सव के रूप में मनाया गया।
1 min readगुरु नानक देव के जन्मदिवस प्रकाशोत्सव के रूप में मनाया गया।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।
हाजीपुर (वैशाली)सिख धर्म के संस्थापक , प्रथम गुरु ,गुरूनानकदेव जी का जन्म दिवस प्रकाशोत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया गया।
सर्वप्रथम गुरु नानक देव जी के तैलिए चित्र पर फूल माला अर्पित कर लोगों ने जन्मोत्सव समारोह पूर्वक मनाया गया।
समारोह हाजीपुर दुर्गा नगर स्थित गुरु वशिष्ठ विधायन के सभागार में स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान हाजीपुर के तत्वाधान मेंआयोजित की गईl
जिसकी अध्यक्षता प्रो डॉ अजीत कुमार सचिव स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान हाजीपुर वैशाली ने किया। जबकि संचालन योग गुरु परमात्मा नारायण राय उर्फ मुन्ना जी ने की ।
जन्मोत्सव सह प्रकाश पर्व पर संबोधित करते हुए प्रो डॉ अजीत कुमार ने कहा कि सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी अपने व्यक्तित्व में महान दार्शनिक योगी , गृहस्थ , धर्म सुधारक देशभक्ति ,विश्व बंधुत्व और व्यक्ति निर्माण के सभी गुण समेटे हुए अंबर के समान थे। वे “परम ब्रह्म परमेश्वर ” के अवतार पुरुष थे। नानक देव जी ने लोगों को सत्य त्याग और बलिदान से साक्षात्कार कराया ।वे एक ही ओंकार का नारा दिया ।उन्होंने कहा ईश्वर एक है। ओंकार ही ब्रह्मांड का सृष्टि करता है। उन्होंने प्रमुखता से कहा कि
” नाम जपो ” जिसका अर्थ होता है ।हमें हर समय ईश्वर का नाम का जाप करना चाहिए ।ईश्वर के शरण में जाने से काम क्रोध लोभ मोह -माया और अहंकार जैसी बुराइयों से मुक्ति मिलता है।
समारोह का संचालन करते हुए परमात्मा नारायण राय उर्फ़ मुन्ना जी ने कहा कि गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव पर हम सब को भेदभाव ,उच्च -नीच ,छुआ -छूत को जड़-मूल से समाप्त कर ,उनके बताए जीवन के मूल मंत्र ” वंड छको ” को जिसका अर्थ अपने कमाई का अहम हिस्सा जरूरतमंदों के बीच बांटो।
प्रकाश पर्व उत्सव के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ दामोदर प्रसाद सिंह पूर्व विभागध्यक्ष अर्थशास्त्र आर एन कॉलेज एवं गुरु वशिष्ठ विज्ञान के संस्थापक ने कहा कि गुरु नानक देव जी अलौकिक महापुरुष थे। जिन्होंने लंगर परंपरा चलाकर उच्च नीच भेदभाव समाप्त कर, भूखे और गरीब लोगों की सेवा की परंपरा डाली। आज संपूर्ण विश्व में जहां गुरुद्वारा है। वहां लोग भूखे नहीं सोते।
योगगुरु जय नारायण सिंह उर्फ ओम जी ने गुरु पर्व पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी ने लोगों को धर्म के प्रति समर्पण और राष्ट्र रक्षा के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा की आमदनी का दसवां हिस्सा समाज के कल्याण में दो, स्त्रियों का सम्मान करो। क्योंकि स्त्रियां ही परिवार में सुख शांति और समृद्धि लाती है। उन्होंने मेहनत कर धन कमाने और धन का राष्ट्र निर्माण एवम व्यक्ति कल्याण में लगाने का उपदेश दिया।
गुरु नानक देव जी के जन्म उत्सव पर रूद्रेश कुमार तिवारी, अमित कुमार स्वाभिमानी, होरिल राय, राम नरेश पाठक , प्रभांश सिंह अधिवक्ता ,कंत लाल पासवान ,राजेश्वर राय, हरेंद्र कुमार, अंकित कुमार सिंह ,शंभू सिंह ,सच्चिदानंद तिवारी ,अमित कुमार कुशवाहा ,अंकित कुमार सिंह ,शंभू सिंह एवं रविंद्र राय ने संबोधित किया ।
गुरु पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए रूद्रेश कुमार तिवारी ने कहा कि आज के दिन घड़े का पानी और सत्तू जिसमें चना जौ मक्के गेहूं सम्मिलित हो, खाने से पुण्य की प्राप्ति होती है । गुरु पर्व के अवसर पर पतंजलि योग समिति वैशाली जनपद ने सहभोज के रूप में मिक्स सत्तू हरी मिर्च मूली एवं चटनी का आयोजन किया। जिसमें सभी वर्ग समुदाय के लोगों ने एक पंगत में बैठकर ” गुरु पर्व ” के प्रसाद के रूप में ग्रहण किया
सभी वक्तओ ने एक स्वर से कहा की गुरु नानक देव जी के ही बताए सत्य मार्ग को अपनाकर विश्व का कल्याण होगा।
समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापित अमित कुमार स्वाभिमानी एवं प्रभांश सिंह ने संयुक्त रूप से किया।