अनुमंडलीय अस्पताल पकड़ीदयाल में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा सह नियोजन मेला का आयोजन /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readअनुमंडलीय अस्पताल पकड़ीदयाल में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा सह नियोजन मेला का आयोजन /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– 31 जुलाई तक चलेगा परिवार नियोजन पखवाड़ा
– आशा फैसिलिटेटर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोमल दीदी बोट लिंक के बारे में बताया गया
मोतिहारी 12 जुलाई।
जिले के अनुमंडलीय अस्पताल पकडी़दयाल में सोमवार को जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया गया। साथ ही इस अवसर पर परिवार नियोजन मेला का उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव वर्मा के द्वारा किया गया। जिसमें उपस्थित लोगों को बताया गया कि यह पखवाड़ा 31 जुलाई 2021 तक चलेगा, जिसमें परिवार नियोजन संबंधित सभी सुविधाएं लाभार्थी को मुहैया करायी जाएगी।
– आशा, आशा फैसिलिटेटर को कोमल दीदी एप की दी जानकारी:
केयर इंडिया के जिला परिवार नियोजन समन्वयक मनीष भारद्वाज एवं उनकी टीम द्वारा आशा फैसिलिटेटर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को कोमल दीदी बोट लिंक के बारे में बताया गया। जिसमें सभी आशा को अपने क्षेत्र से इच्छुक लाभार्थी का प्री – रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत अस्पताल लाकर उन्हें सुविधा मुहैया कराना है। सभी से कोमल दीदी बोट लिंक के बारे में चर्चा की गई जिसमें परिवार नियोजन से संबंधित बहुत सी जानकारियां हैं। जिसे लाभार्थी उपयोग कर आसानी से परिवार नियोजन संबंधित अपनी जानकारी को बढ़ा सकते हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों को प्रखंड में परिवार नियोजन की स्थिति के बारे में जानकारी दी गयी-
केयर प्रबंधक सतीश कुमार सिंह द्वारा सभी उपस्थित डॉक्टर, नर्स एवं सहभागी स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीटी के माध्यम से पूर्व एवं वर्तमान में प्रखंड में परिवार नियोजन की स्थिति के बारे में जानकारी दी गयी। विदित है कि 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन पखवाड़ा का आयोजन होना सुनिश्चित है। इसके लिए सभी को निर्देश दिया गया कि पखवाड़ा के पहले ही लाभ लेने के लिए इच्छुक दंपत्तियों का सर्वे कर लाइन लिस्ट तैयार कर ली जाए एवं उनका लगातार फॉलोअप किया जाए, जिससे अधिक-से-अधिक संख्या में लाभ दिया जा सके।
केयर इंडिया की तरफ से विशेष प्रशिक्षण परिवार नियोजन के बारे में दिया जा रहा
जनसंख्या नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन दंपति संपर्क पखवाड़ा शुरू किया गया है। इसको लेकर पकड़ीदयाल अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि- डॉक्टर, नर्स, आशा फैसिलिटेटर, पर्यवेक्षिकाओं को केयर इंडिया की तरफ से विशेष प्रशिक्षण परिवार नियोजन के बारे में दिया जा रहा है। डॉ राजीव कुमार ने बताया कि बढ़ रही जनसंख्या का मुख्य कारण महिलाओं व परिवारों में अशिक्षा व परिवार नियोजन की जानकारी की कमी है। इस समस्या का एक मात्र निदान है जागरूकता।
– परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता जरूरी :
डॉ राजीव कुमार ने बताया परिवार नियोजन का अर्थ है यह तय करना कि आपके कितने बच्चे हों और कब हों ? अगर आप बच्चे पैदा करने के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करना चाहते हैं तो अनेक उपलब्ध साधनों में से कोई एक साधन चुन सकते हैं। इन्हीं साधनों को परिवार नियोजन के साधन, बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के साधन या गर्भ निरोधक साधन कहते हैं।
कम एवं अधिक उम्र में गर्भधारण, प्रसव, तथा असुरक्षित गर्भपात की समस्याओं के कारण महिलाए मृत्यु की शिकार हो जाती है। इनमें अनके मौतों को परिवार नियोजन के द्वारा रोका जा सकता है।
– परिवार नियोजन गर्भ धारण के खतरों की रोकथाम कर सकता है :
डॉ राजीव कुमार ने बताया 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियों की प्रसव के दौरान मृत्यु की संभावना रहती है। क्योंकि उनका शरीर पूरी तरह से विकसित नहीं होता है। उनको पैदा हुए बच्चों का भी पहले वर्ष में ही मृत्यु हो जाने की आशंका अधिक रहती है। गर्भधारण से अधिक आयु की महिलाओं को ज्यादा खतरा रहता है क्योंकि उन्हें प्राय: अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी होती है। अत्यधिक 4 या उससे अधिक बच्चे पैदा करने वाली महिला को प्रसव के पश्चात खून बहने व अन्य कारणों से मृत्यु का अधिक जोखिम होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सेविका सहायिकाओं द्वारा महिलाओं को परिवार नियोजन के संसाधनों यथा कॉपर टी, कंडोम के प्रयोगों, गर्भ निरोधक गोलियां, सूई आदि की जानकारियों के साथ महिलाओं को अनचाहे गर्भावस्था से रोक के उपाय की जानकारी देने की आवश्यकता है।
बैठक में उपाधीक्षक डॉ राजीव कुमार, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक अवनीश कुमार , जिला परिवार नियोजन समन्वयक मनीष भारद्वाज, प्रखण्ड प्रबंधक केयर सतीश कुमार सिंह,बीसीएम अनिल कुमार मंडल, लेखापाल अतुल कुमार श्रीवास्तव, जेडएलपीपी फैसिलिटेटर ऋचिका कुमारी, सबिता कुमारी, परिवार नियोजन सलाहकार संजु कुमारी , जीएनएम, आशा फैसिलिटेटर , आशा तथा लाभार्थी उपस्थित रहे ।