वैज्ञानिक चेतना की विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण”
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रिपोर्ट प्रभंजन कुमार
हाजीपुर साइंस फॉर सोसायटी वैशाली इकाई के तत्वाधान में राज नारायण कॉलेज हाजीपुर के सभागार में-बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली श्री शशि रंजन कुमार के घर कमल द्वारा किया गया। दीप प्रज्वलित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य-श्री वर्मा ने अपने अध्यक्षीय उद्योग उद्बोधन में आयोग को का आभार प्रकट करते हुए कहा की कार्यक्रम का मुख्य विषय: मानवीय गतिविधि का पर्यावरण पर प्रभाव समयाचीन है। यह टिकाऊ विकास के लक्षण पर केंद्रित है तथा बिहार सरकार इस प्रकार के कार्यक्रमों को विशेष महत्व दे रही है। वहीं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी श्री शशि निरंजन कुमार ने शिक्षकों से अपील की कि वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ाना तथा बच्चों के बीच में वैज्ञानिक समझ को पैदा करना यही हमारा लक्ष्य है। बच्चों के इस कार्यक्रम के लिए उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी शिक्षक एक अच्छी स्रोत सामग्री एवं संदर्भ मार्गदर्शक के रूप में अपने ज्ञान से विज्ञान को उच्चतम स्तर तक पहुंचाएं। साइंस का समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर नवल किशोर शर्मा ने समिति के सदस्य एवं आमंत्रित सभी स्रोत व्यक्तियों का आभार प्रकट किया जो इस कार्यक्रम के सहभागी बने। उन्होंने बताया कि यहकार्यक्रम राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद बिहार एवं बिहार कौंसिल ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की सहभागिता से आयोजित किया जा रहा है इसलिए हम बिहार सरकार के आभारी हैं। तकनीकी सत्र में कार्यक्रम को डॉ अरुण कुमार अध्यक्ष साइंस फॉर सोसाइटी बिहार, डॉ चंद्रशेखर झा राज्य समन्वयक साइंस फॉर सोसाइटी बिहार, डॉ सतीश रंजन उपाध्यक्ष साइंस फॉर सोसाइटी बिहार, डॉ सत्येंद्र कुमार (वेटलैंड मैन आफ बिहार) तथा रूबी कुमारी ने सभी उप विषयों को विस्तार पूर्वक समावेशी गतिविधि के लिए निर्देशित किया। । इस अवसर पर कार्यक्रम का आधारभूत उद्देश्य सातवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को एक मंच प्रदान करना जहां वे अपनी रचनात्मक एवं नवाचारी सोच के साथ सामाजिक समस्याओं का हाल निकाल पाए हैं। जिले के सभी राजकीय, राजकीयकृत एवं मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय के विज्ञान के शिक्षकों ने शोध एवं नवाचार के प्रयोग से वैज्ञानिक चेतना के विकास में अपनी भागीदारी दर्ज करवाई।