वैशाली हिन्दी साहित्य सम्मेलन की भूमिका रही सराहनीय:डॉ अनिल सुलभ
1 min readवैशाली हिन्दी साहित्य सम्मेलन की भूमिका रही सराहनीय:डॉ अनिल सुलभ
*हिन्दी साहित्य सम्मेलन के 43 वाँ महाधिवेशन में वैशाली के चार साहित्यकारों को पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री एवं पद्मभूषण डॉ सी पी ठाकुर के हाथों हुये सम्मानित*
*अखिल भारतीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग (उत्तरप्रदेश) के अध्यक्ष को वैशाली जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष ने अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ से महाधिवेशन में किया सम्मानित*
पटना के सम्मेलन भवन में बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ की अध्यक्षता में 19-20 अक्टूबर 2024 को आयोजित दो दिवसीय 106ठा स्थापना दिवस एवं 43वाँ महाधिवेशन का उद्घाटनकर्ता झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री रवि रंजन ने किया। इस सत्र के विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग (उत्तरप्रदेश) के अध्यक्ष प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित जी को स्वागत समिति के महासचिव व हिन्दी साहित्य सम्मेलन वैशाली के अध्यक्ष डॉ शशि भूषण कुमार ने उन्हें अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ दे कर सम्मानित किया।वहीं अंतिम दिन के अंतिम सत्र सम्मान समारोह में उपस्थित हुये मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री एवं पद्मभूषण से सम्मानित चिकित्सक डॉ सी पी ठाकुर को वैशाली हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सलाहकार समिति के सदस्य डॉ रवि शाक्य एवं डॉ मुकेश कुमार ने अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ दे कर अपने हाथों से सम्मानित किया। इसी सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुचें बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह को स्वागत समिति के महासचिव व हिन्दी साहित्य सम्मेलन वैशाली के अध्यक्ष डॉ शशि भूषण कुमार ने उन्हें अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ दे कर सम्मानित किया।अंतिम सत्र सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री एवं पद्मभूषण से सम्मानित चिकित्सक डॉ सी पी ठाकुर पहुंचे थे।जिनके हाथों वैशाली जिला के चार साहित्यिक व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।इस बात की जानकारी देते हुये हिन्दी साहित्य सम्मेलन वैशाली के अध्यक्ष सह महाधिवेशन के कार्य व स्वागत समिति के महासचिव डॉ शशि भूषण कुमार ने बताया कि हिन्दी साहित्य वैशाली जिला द्वारा अनुशंसित व्यक्तियों में चर्चित शिक्षाविद व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ शिव बालक राय ‘प्रभार’ जी को ‘”प्रो. अमरनाथ सिन्हा स्मृति सम्मान 2024″ , वैशाली महिला महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉ लक्ष्मी कुमारी जी सशरीर अस्वस्थता के कारण नहीं पहुंच सकीं (इनकी प्रतिनिधि के रूप में प्रो. दिव्या ने रमणीका गुप्ता स्मृति सम्मान 2024 प्राप्त किया), पूर्वांचल प्रहरी के सम्पादक एवं लेखक ,श्री रत्नेश कुमार जी को ” डॉ चतुर्भुज स्मृति सम्मान 2024″ एवं चर्चित कवियित्री डॉ केकी कृष्णा जी को “विदुषी कृष्णा सिंह स्मृति सम्मान 2024” से पटना स्थित महाधिवेशन में इन नामित अलंकरणों से सम्मानित किया गया। इस तरह वैशाली जिला की बिहार प्रांत के सभी जिलो में वैशाली जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन की शानदार भूमिका के लिए सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वैशाली लोक तंत्र की जननी मानी जाती है और यहां से भगवान महावीर और भगवान बुद्ध जैसे महामानव ने अहिंसा और शांति का संदेश पूरे विश्व को दिया,उसी प्रकार वैशाली के साहित्यकारों,साहित्य प्रेमियों एवं बुद्धिजीवियों को भी हिंदी साहित्य और भाषा के संवर्द्धन,विकास एवं प्रसार के लिए स्थानीय से लेकर कर वैश्विक स्तर पर काम करने की जरूरत है।
इस बातो पर वैशाली जिला के हिन्दी साहित्य सम्मेलन से जुड़े साहित्यकारों में मेदिनी कुमार मेनन, डॉ सुधांशु चक्रवर्ती,रेणु शर्मा,विजय कुमार विनीत,राजीव कुमार मेहता,डॉ विनय पासवान,वीणा द्विवेदी,सुधीर मालाकार, डॉ अरुण कुमार निराला,आशुतोष कुमार,बबीता सिंह,अभय कुमार आर्य,पप्पू कुमार सिंह,अमित कुमार विश्वास,संगीता राय,कामेश्वर कुमुद,डॉ पंकज कुमार,अधिवक्ता कुमारी आशिकी,मुस्ताक कादरी,सी एन वर्मा,सत्येश्वर कुमार,रूबी कुमारी,पुरुषोत्तम सिंह गुड्ड,पिंकी कुमारी,सुष्मिता वर्मा,दीपक कुमार गुप्ता, प्रिन्स कुमार, होटल संस्थान के अधिकारी मुर्तजा कमाल, अलका श्री, फिल्म निदेशक इरफान जामियावाला,समाजसेवी सुधीर शुक्ला, डॉ रवि शाक्य,डॉ मुकेश कुमार, डॉ महेश राय,ज्योत क्लासेज के निदेशक इंजीनियरिंग ज्योति भूषण, ज्ञान ज्योति गुरुकुलम के निदेशक अजित कुमार एवं देवचंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ तारकेश्वर पंडित ने खुशी वक्त किया है।