नवंबर के प्रथम सप्ताह में मृतक की पुत्री की होनी थी शादी:
1 min readनवंबर के प्रथम सप्ताह में मृतक की पुत्री की होनी थी शादी:
महुआ। रेणु सिंह
अगले महीने नवंबर के पहले सप्ताह में ही मृतक की पुत्री गुड्डी की शादी होनी थी। घर में शादी की तैयारियां जोर-जोर से चल रही थी। पुत्री को घर से हंसी खुशी विदा करने के लिए पिता राजेंद्र पासवान जमकर मेहनत मजदूरी कर रहे थे। ताकि वे पुत्री की शादी में कोई कोर कसर बाकी नहीं रहे। घटनास्थल जलालपुर गंगटी पर लोग पुलिस को कोस रहे थे। लोगों का कहना था कि राजेंद्र पासवान काफी मिलनसार था और मेहनत मजदूरी कर घर परिवार चलता था। जबकि पुलिस उसे खदेड़ने के बाद गिर जाने पर पीट-पीट की हत्या कर दी। राजेंद्र पासवान की पत्नी सुनीता देवी की विलाप से सबका कलेजा दहल जा रहा था। वह रोए जा रही थी, कैसे होगी पुत्री की शादी, कौन उठाएगा शादी का खर्च, कैसे उठेगी डोली। दो पुत्र और दो पुत्री में एक पुत्र की शादी कर रखे थे। वही दूसरी पुत्री गुड्डी की शादी सराय थाने के दो दोहजी में ठीक कर रखे थे। छठ के पारन के दिन शादी होनी थी। इसके एक पखवाड़े पूर्व पुलिस की करतूत से पिता का साया उठ गया। गुड्डी का तो आंसू रुक नहीं रहा था। वह पिता के लिए विलाप कर रही थी। घटनास्थल पर पहुंचे मुखिया अमोद कुमार उसे ढारस बंधा रहे थे। लोगों का कहना है कि इस घटना से पुलिस की अमानवीय चेहरा उजागर हुआ है।