आयोजित होने वाली बैठक को लेकर हाथापाई की नौबत, महाविद्यालय परिसर युद्ध क्षेत्र में तब्दील.
आयोजित होने वाली बैठक को लेकर हाथापाई की नौबत, महाविद्यालय परिसर युद्ध क्षेत्र में तब्दील.
गोरौल प्रखंड से कौशल किशोर सिंह की रिपोर्ट.
गोरौल. वैशाली. मारो……. सा….. को, पकड़ों, धरों…….. फिर एक बम का धमाका. ग्रामीणों का सभा स्थल पर जुट कर कर्मचारियों को अपशब्द कहा जाना. जी हां कुरूक्षेत्र सा नजारा. यह कोई किसी मंदिर मस्जिद को लेकर धार्मिक उन्माद का नजारा नही था और न कोई सम्पति को लेकर या जाती समप्रदाय द्वारा किये जा रहे लड़ाई झगडें का दृश्य. जब विद्यालय या महाविद्यालय रूपी विद्या का मंदिर जब राजनीति का आखारा हो जाए तो उसके भविष्य की चिंता बुद्धिजीवी समाज को जरूर सताएगी. क्योंकि यही से समाज और देश का करनधार निकलता है. जिससे देश का भला होता है. मजबुन देखकर किसी अन्होनी की आशंका जरूर होती है. और इस अनहोनी के लिए कोई प्रबुद्ध नागरीक ही कारक हो तो उसे क्या कहेंगे.
हम बात करते है. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड क्षेत्र के प्रेमराज स्थित रामलखन सिंह अबध महाविद्यालय प्रेमराज का. जहां आज नव नामित अध्यक्ष जनार्दन प्रसाद सिन्हां अपने दल बल के साथ पहुंचे थें. वे महाविद्यालय में शासीनिकाय एवं प्रबंध समिति का गठण करना चाहते थे. लेकिन उनके विरोध में पिछले तीन दिनों से धरना का कार्यक्रम चल रहा था. इसी दौरान धरना स्थल पर धरना दे रहे कर्मचारियों पर बुलाए गये ग्रामीणों द्वारा तांडव मचाने के दृश्य का नजारा दिखा. यह तो गनीमत थी कि प्राचार्य ने अपनी सुझ बुझ का परिचय दिया. जिससे अनहोनी टली. धरना स्थल पर आज जो कुछ लोगों ने नंगी आंखों से देखा. वह शिक्षा के मंदिर के लिए शोभनीय नही था. प्राचार्य अबधेश कुमार तिवारी ने दो टुक शब्दों में कहा कि नव नामित अध्यक्ष श्री प्रसाद 2012 दो हजार बारह से ही हम कर्मचारियों को तंग व तबाह करते रहे. उनकी मनमानी की प्रकाष्ठता का शिकार वे हमेशा होते रहे. बैंक एकाउंट को बंद कराने, विभागीय सांठ गांठ से नियम विरुद्ध अपने पक्ष में आदेश निर्गत कराने, हमे अपने वेतन के लिए कमीशन देने, जैसे कई प्रकार से शिकार बनाते रहे. महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि नव नामित अध्यक्ष श्री प्रसाद ने बालिका पोषाक योजना के लगभग चौदह लाख रुपये गबन किया. श्री प्रसाद हमेशा अपने हटधर्मिता और मनमानी से कर्मचारियों को आतंकित करते रहें. आज की घटना को लेकर प्राचार्य श्री तिवारी ने कहा कि यहां के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारीयों ने संयम का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि उनके शब्दकोष में गाली नही है. और न कोई लाठी डंडे या कोई हथियार. उन्होंने आगे कहा कि वे नव नामित अध्यक्ष के इस रवैये का जबाब इसी तरह धरना प्रदर्शन कर एवं अहिंसात्मक तरीकों से देते रहेगें.