जनसंख्या दिवस के अवसर पर परिवार नियोजन एवं सारविश्वथी रथ को किया गया रवाना /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
जनसंख्या दिवस के अवसर पर परिवार नियोजन एवं सारविश्वथी रथ को किया गया रवाना /रिपोर्ट नसीम रब्बानी
•फिक्स डे सर्विस का भी होगा आयोजन
•जिला में 52.8 प्रतिशत विवाहित महिलाएं करती हैं गर्भनिरोधक साधनों का इस्तेमाल
सीतामढ़ी/ 11 जुलाई
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर परिवार नियोजन मेला एवं सारथी रथ का उदघाटन जिला पदाधिकारी सीतामढ़ी की अध्यक्षता में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरा सीतामढ़ी में किया गया। जिले के सभी प्रखंडों में सारथी रथ के द्वारा गांव गांव में परिवार नियोजन का प्रचार प्रसार एवं परिवार नियोजन की सामग्री भी बांटी जाएगी तथा आशा कार्यकर्ता द्वारा किए गए योग्य दंपत्ति के सर्वेक्षण के आधार पर जिले के सभी प्रखंडों में स्थाई एवं अस्थाई साधन के लिए फिक्स डे सर्विस का भी आयोजन किया जाएगा।
जागरूकता की कमी है जनसँख्या नियंत्रण में बाधक:
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया समुदाय में गर्भ निरोधक साधनों के इस्तेमाल से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की जरुरत है। स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से समय समय पर गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल के फायदों को जनमानस तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है। विभाग के चिकित्सक और कर्मचारी अपने स्तर से समुदाय में जागरूकता फैलाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कोविड 19 महामारी के बीच प्रजनन व मातृ स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए उद्देश्य से जिले में 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाना है। इस दौरान चिन्हित किये गये लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सुविधाएं मुहैया करायीं जायेंगी।इस वर्ष का थीम “कोविड 19 महामारी का प्रजनन क्षमता पर प्रभाव” है।
52.8 प्रतिशत विवाहित महिलाएं करती हैं गर्भनिरोध का इस्तेमाल:
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 5 के मुताबिक जिला में 15 से 49 वर्ष की विवाहित 52.8 प्रतिशत महिलाएं ही गर्भनिरोधक साधनों का इस्तेमाल करती हैं। जबकि गर्भनिरोध के आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल 41.0 प्रतिशत महिलाओं तक ही है। जिला में महिला बंध्याकरण का प्रतिशत 33.9 है। पुरुष बंध्याकरण को स्वास्थ्य विभाग योजनाओं के माध्यम से बढ़ावा दे रहा है।
बास्केट ऑफ़ च्वाइस की ले सकते हैं मदद:
आपदा काल में भी परिवार नियोजन की चाहत रखने वाले लोग सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। मिशन परिवार विकास के तहत परिवार नियोजन की तमाम सुविधाएं मौजूद होती हैं। गर्भनिरोधकों के बॉस्केट ऑफ़ च्वाइस की मदद से स्वास्थ्यकर्मी लाभार्थियों को परामर्श देते हैं। इस बॉस्केट ऑफ़ च्वाइस में इच्छुक दंपति कंडोम, छाया व माला एन गर्भनिरोधक गोली, कॉपर टी, अंतरा इंजेक्शन आदि की जानकारी लेकर उसे अपना सकते हैं। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर पुरुषों व महिलाओं के लिए नसबंदी व बंध्याकरण की सेवा निशुल्क: मुहैया करायी जाती है। इस कार्यक्रम में प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार सिन्हा, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव, डीपीएम असित रंजन, डीएमएंडई मनोज कुमार झा, डीडीए संतोष कुमार, केयर इंडिया के जिला प्रतिनिधि मानस कुमार एवं परिवार नियोजन समन्वयक मयंक कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरा के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निरंजन कुमार, एवं एफआरएचएस इंडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।