प्रशांत किशोर ने किया ऐलान जन सुराज पार्टी होगा नाम।
प्रशांत किशोर ने किया ऐलान जन सुराज पार्टी होगा नाम। (मनोज भारती को बनाया पार्टी का कार्यवाहक अध्यक्ष)। रिपोर्ट सुधीर मालाकार । पटना! पाटलिपुत्र के ऐतिहासिक वेटरनरी ग्राउंड ,पदयात्रा के सूत्रधार राजनीति रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में बदलाव के लिए नई पार्टी की घोषणा की, नाम रखा जन सुराज पार्टी । पार्टी का प्रथम अध्यक्ष अनुसूचित जाति से मनोज भारती को बनाया। महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रपिता के आदर्श पर चलते हुए प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी के ऐलान किया। इसी के बैनर तले बिहार में सामाजिक और राजनीतिक चेतना का परिवर्तन किया जाएगा। समारोह को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी शिक्षा ,स्वास्थ्य, रोजगार पर कार्य करते हुए बिहार के पलायन को रोकना के लिए कार्य करेगी। शराबबंदी पर खुलेआम कहा कि हमारी सरकार बनते हैं एक घंटे के अंदर शराबबंदी कानून को खत्म कर उनसे आने वाले आय से बिहार के भविष्य को संभाला जाएगा। बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूल जैसा फ्री शिक्षा ,युवाओं के लिए रोजगार ,बुजुर्गों के लिए ₹2000 पेंशन की घोषणा की । महिलाओं के लिए 4% वार्षिक ब्याज की दर से ऋण की मुहैया करा कर स्वरोजगार से जोड़ने की गारंटी दी। उन्होंने उपस्थित लाखों के भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक आप जात के नाम, पार्टी के नाम, धर्म के नाम पर वोट देते आए हैं, जिससे आज तक किसी पार्टी के नेता ने बिहार का भला नहीं किया ।इसे न सुधरने वाला राज्य समझ कर छोड़ दिया लेकिन हम आपको आश्वासन देते हैं कि 10 वर्षों में बिहार को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर नहीं खड़ा किया तो फिर मैं राजनीति को छोड़ दूं। बिहार में के लोग मजदूरी करने दूसरे राज्य में जाया करते हैं ,जहां पर उनके साथ बदसलूकी की जाती है ।बिहारी कहके उन्हें गाली दी जाती है। हमारी सरकार बनने के बाद बिहार के पलायन के रुकना मेरा सबसे पहले काम होगा ताकि लोग दस हजार ,पंद्रह हजार के लिए बाहर जाकर जिल्लत की जिंदगी न जी सके ।उन्होंने महात्मा गांधी के मानवतावादी आदर्श को मानते हुए हिंदू मुसलमान सबको जोड़ते हुए बिहार में विकास के मुख्य धारा से जोड़ने की बात करें । एक बार अपने बच्चों को चेहरा देखकर वोट दीजिए विश्वास कीजिए बिहार में परिवर्तन जरूर लेकर आऊंगा। जिससे उपस्थित लाखों लोगों ने दोनो हाथ उठाकर समर्थन किया।लाखों की संख्या भी उमरी भीड़ देखकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची है। बिहार की राजनीति दो ध्रुव में बढ़कर तीसरी ध्रुव सामने दिखाई दे रही है ।।जिससे राजनीति करने वाले लोगों के लिए एक प्रश्न खड़ी करके रख दिया। जो लोग प्रशांत या उनके पार्टी को हल्के में ले रहे थे उन्हें भी जन सैलाव देखकर समझ में आ गई होगी यह बिहार में बदलाव की क्रांति की उमरी भीड़ है।