बीडीसी की बैठक में अंचलाधिकारी की हुई जमकर खिंचाई बैठक में सदस्यों के बीच माफी मांगने को मजबूर हुए अंजलाधिकारी
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बैठक में सदस्यों के बीच माफी मांगने को मजबूर हुए अंजलाधिकारी
महुआ। रेणु सिंह
पंचायत समिति सदस्यों की बैठक गुरुवार को यहां प्रखंड परिसर स्थित प्रमुख कार्यालय सभा कक्ष में हुई। कुछ अधिकारियों द्वारा किए जा रहे मनमानी को लेकर इस बैठक में सदस्यों का आक्रोश उभरा। यहां अंचलाधिकारी की मनमानी पर सभी सदस्यों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने उनकी जमकर खिंचाई कर दी। साथ ही अंचलाधिकारी के कार्यों को लेकर सदस्यों द्वारा निंदा प्रस्ताव भी लिया गया।
बैठक प्रखंड प्रमुख सरस्वती देवी की अध्यक्षता और उप प्रमुख दयानंद राय के संचालन में शुरू हुआ। इस मौके पर उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी सह कार्यचालक पदाधिकारी संजीत कुमार ने पिछली बैठक में लिए गए प्रस्ताव को दोहराया। इस मौके पर बैठक में बुलाने के बाद उपस्थित हुई उपस्थित हुई अंचलाधिकारी वर्षा रानी के कार्य भूमिका से असंतुष्ट सभी सदस्यों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। सदस्यों ने अंचलाधिकारी पर एक पर एक गहन आरोप लगाना शुरू किया जो अंत नहीं हुई। अंत में अंचलाधिकारी द्वारा माफी मांगने के बावजूद सदस्यों ने उन पर निंदा प्रस्ताव लिया। बैठक में सदस्यों ने बीइओ अर्चना कुमारी से भी विभिन्न सवाल किए। उन्होंने कहा कि स्कूल में एक बार फिर शिक्षकों की मनमानी होने लगी है। कुछ शिक्षक हाजिरी बनाने के बाद इधर-उधर घूमते नजर आते हैं। पीएचडी से आए प्रतिनिधि से भी सदस्यों ने सवाल किए। कई पंचायत के विभिन्न वार्डों में नल जल योजना बंद होने पर उन्होंने सवाल खड़ा किए। बैठक में मुखिया संजीत कुमार, राकेश कुमार, सुकेश्वर दास, अमोद कुमार, कमल चौधरी, मुखिया पति पारसमणि, पंसस श्याम सुंदर चौधरी, गुंजा सिंह, गुंजन कुमार, मो कलाम, शंभु रजक आदि ने भी विभिन्न विभाग के अधिकारियों से सवाल खड़े किए। सदस्यों ने कहा कि पदाधिकारियों की मनमानी से विकास कार्य बाधित हो रही है। बीते स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडोतोलन के समय विभिन्न पदाधिकारी को उपस्थित नहीं होने का भी सवाल उठा। सदस्यों ने कहा कि अपने प्रकोष्ठ में उपस्थित होते हुए भी अंचलाधिकारी से लेकर कई पदाधिकारी झंडोत्तोलन में शामिल नहीं हुए जो तिरंगे का अपमान है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत प्रखंड प्रमुख के द्वारा डीएम तक की गई है।