गोपाल सिंह “नेपाली” जयंती सह हिंदी कार्यशाला का आयोजन
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*गोपाल सिंह “नेपाली” जयंती सह हिंदी कार्यशाला का आयोजन*
हाजीपुर :12.08.2024
आज पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय/हाजीपुर में गोपाल सिंह “नेपाली” जयंती सह हिंदी कार्यशाला का आयोजन हुआ. इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए वरीय साहित्यकार डॉ संजय पंकज ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय/हाजीपुर द्वारा उत्साहपूर्वक “नेपाली” जयंती का आयोजन किया जा रहा है ।
उल्लेखनीय है कि राजभाषा विभाग गण-मान्य साहित्यकारों की जयंतियों को प्राथमिकता के आधार पर आयोजित करता रहता है ताकि हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार बढ़े ही, रेल कार्यालय में सृजनात्मक वातावरण का निर्माण भी हो. डॉ संजय पंकज ने कहा कि “नेपाली” का स्थान कोई दूसरा लेखक नहीं ले सकता, किसी रचनाकार की रचनाओं में सच्चाई और यथार्थवादी, प्रगतिशील मूल्य तब उभरते हैं जब उसका जीवन भी वैसे मूल्यों का वाहक हो. उन्होंने “नेपाली” की शिक्षाओं को जीवन में उतारने का सलाह दिया और कहा कि हम “नेपाली” के ऋणी हैं और उनकी विरासत को बचाना हम सभी का कर्तव्य है. इस अवसर बोलते हुए डॉ. राकेश रंजन ने कहा कि हिंदी साहित्य की परंपरा में गीतकार “नेपाली” का महत्वपूर्ण स्थान है. डॉ. राकेश ने उनके गीतों का विश्लेषण ही नहीं किया अपितु उन्हें स्वर भी दिया. मौके पर बोलते हुए राजभाषा अधिकारी श्री अनिल कुमार शर्मा ने गोपाल सिंह “नेपाली” के गीतों का पाठ किया साथ ही उनके साहित्यिक योगदान को रेखांकित किया.
यह कार्यक्रम दो सत्रों में था. दूसरे सत्र में हिंदी कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसका विषय था “भारतीय रेल का भारतीय समाज पर प्रभाव”. इस विषय पर श्री शील आशीष, उप मुख्य सांख्यिकी एवं विश्लेषण अधिकारी ने भारतीय रेल के विविध पक्षों को विस्तार से उद्घाटित करते हुए बताया कि कैसे यह भारत में समतामूलक समाज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है. उनका कहना था कि भारतीय रेल इतने विविधतापूर्ण क्षेत्रों में काम करती है उसका सम्यक मूल्यांकन किया जाना शेष है. श्री आशीष ने बताया कि भारतीय रेल एक लघु भारत है जिसमें पूरा भारत सांस लेता है. कार्यक्रम का संचालन श्री राजकिशोर सिंह, वरि. अनुवादक द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्री सुरेश महतो, कनि. अनुवादक ने दिया।
(सरस्वती चन्द्र)
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी