बहुत समृद्ध है बिहार की सांगीतिक परंपरा : डॉ राज कुमार नाहर
1 min readबहुत समृद्ध है बिहार की सांगीतिक परंपरा : डॉ राज कुमार नाहर
ईश्वर से जुड़ने का एक कारगर माध्यम है संगीत : डॉ मुज्तबा हुसैन
विश्व संगीत दिवस पर “राष्ट्रीय संगीत सम्मेलन ” आयोजित
पटना I संगीत, मनुष्य की अंतरात्मा है, इसकी स्वर लहरियां जब कानों से टकराती है तो हृदय स्पंदित होने लगता है और हम सुख-दुख, राग- द्वेष भूलकर रूहानी दुनिया में खो जाते हैं I कुछ ऐसा ही मंजर विश्व संगीत दिवस के अवसर पर स्वरांजलि के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय संगीत सम्मेलन के दौरान महसूस हुआ I भागलपुर के दासपिया घराना के सातवीं पीढ़ी के गायक डॉ राजकुमार नाहर के राग-अराना बहार में ” पायलिया की छनकार, कैसे आउ युवराज ” शास्त्रीय गायन प्रस्तुति की तो श्रोता तान की लयकारी और बंदिश पर वाह-वाह कर उठे I
हरिकृष्ण सिंह मुन्ना ने गजल और अनिल रश्मि ने भजन की प्रस्तुति दी तो मंजय कश्यप और युवा गायक रामकृष्ण सिंह मंटू ने अपनी लोकगीत प्रस्तुतियों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया I
रामकृष्ण सिंह मंटू की कजरी प्रस्तुति.. अरे रामा कृष्ण बने मनिहारिन .., भींजत आवे धनिया ए रामा.. को काफी सराहना मिली I
मंजय कश्यप के गाये कोरोना गीत पर भी काफी दाद मिली I
इससे पहले प्रसार भारती के वरिष्ठ अधिकारी और हिसार दूरदर्शन केंद्र के निदेशक डॉ राजकुमार नाहर ने संगीत सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि बिहार की सांगीतिक परंपरा बहुत ही समृद्ध है और यहां गायन और नृत्य के कई प्रसिद्ध घराने प्रचलित रहे हैं I
प्रसिद्ध बांसुरी वादक और पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला में संगीत विभाग के उस्ताद डॉ मुज्तबा हुसैन ने कहा कि संगीत एक साधना है और यह ईश्वर तक पहुंचने का एक कारगर माध्यम है I उन्होंने भारतीय संगीत के इतिहास को उपलब्धियों का इतिहास बताया I
वर्चुअल मोड में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए
शिक्षाशास्त्री और स्वरांजलि के महासचिव डॉ ध्रुव कुमार ने कहा कि लोक संगीत मनुष्य की अंतरात्मा की गहराई में पैठकर उसके संस्कारों को परिमार्जित करता है I वस्तुतः संगीत, ध्वनि-सौंदर्य का एक परिष्कृत रूप है I
कार्यक्रम में डॉ अर्चना चौधरी, मनोरंजन ओझा, डॉ सत्येंद्र कुमार संगीत, प्रीति सिंह, सुश्री गिन्नी गुरनाज, नव्या पंचाल, हर्षा आर्य, विकास चंद्र कुमार, नीलकमल, सुनील दत्त, माधवी मिश्रा, सना खान, रविकांत सैनी, हादी हसन, गुरुशरण सिंह, रिया सोनकर, ए आर हाशमी, अनिल कुमार और वरिष्ठ रंगकर्मी अभय सिन्हा और सोमा चक्रवर्ती सहित पंजाब, हरियाणा, प. बंगाल, भोपाल, मुंबई , दिल्ली, इलाहाबाद आदि से अनेक ख्यातिलब्ध कलाकारों ने भी शिरकत की I