नेपाल के काठमांडू में 1-2 जून को होनेवाले अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा पत्रकार सम्मेलन में बिहार से बज्जिका के संदेश वाहन होगे मानवाधिकार के वरिष्ठ पत्रकार शशि भूषण
1 min readनेपाल के काठमांडू में 1-2 जून को होनेवाले अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा पत्रकार सम्मेलन में बिहार से बज्जिका के संदेश वाहन होगे मानवाधिकार के वरिष्ठ पत्रकार शशि भूषण
लोकतंत्र की जननी वैशाली की मातृभाषा बज्जिका में ये देंगे अपना व्याख्या
सार्क देशों के आधा दर्जन देशों से पहुँचे लगभग 100 प्रतिनिधियों के दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन नेपाल के उप प्रधान मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ करेंगे
सार्क जर्नलिस्ट फोरम और नेपाल फॉर्म फॉर नेवर जर्नलिस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नेपाल के काठमांडू में आयोजित होने वाले पहले अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा सम्मेलन में सार्क जर्नलिस्ट फोरम इंडिया चैप्टर बिहार की बहुत ही महत्वपूर्ण भागीदारी होगी।सार्क जर्नलिस्ट फोरम इंडिया चैप्टर बिहार के अध्यक्ष शशि भूषण कुमार ने कहा कि मातृभाषा से लोकतंत्र मजबूत होता है।उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र की जननी वैशाली से मुझे काठमांडू में होनेवाले 1 और 2 जून को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा पत्रकार सम्मेलन में बज्जिका में अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा।इस सम्मेलन में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अंग्रेजी और हिंदी के अलावा पहली बार अपनी बात अपनी मातृभाषा में कह पायेंगे ये हमारे लिए खुशी की बात है। यह हम बज्जिका भाषियों के लिए भी गर्व की बात होगी। सम्मेलन में सार्क देशों में इंडियन, नेपाल, भूटान, बंग्लादेश, जापान, श्रीलंका समेत अन्य देशों के पत्रकार प्रतिनिधि के रूप में भाग लेंगे।इस अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा पत्रकार सम्मेलन का उद्घाटन नेपाल के उप प्रधान मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ करेंगे। इस उद्घाटन सत्र में नेपाल के सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री रेखा शर्मा भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में बिहार से प्रतिनिधि मंडल प्रमुख सार्क जर्नलिस्ट फोरम इंडिया चैप्टर बिहार के अध्यक्ष एवं मानवाधिकार टुडे के सम्पादक शशि भूषण कुमार एवं अन्य प्रतिनिधि मंडल सदस्यों में