ज़ीनत संग इकराम अपने धर्म के अनुसार एक दूजे के हुए

ज़ीनत संग इकराम अपने धर्म के अनुसार एक दूजे के हुए।
निकाह जेना जैसी बड़ा गुनाह से मोमिन बंदों को रोकती है।
नसीम रब्बानी
आदिल शाहपुरी
वैशाली निकाह एक ऐसा पवित्र कार्य के साथ एक बंधन है जिस से मनुष्य अपने जीवन काल में जेना जैसी बहुत बड़ा गुनाह करने से बच जाता है साथ ही आधा ईमान भी पूरा कर लेता है यह निकाह की बरकत और उस की अजमत है । यह बातें सबा ज़ीनत पिता मोहम्मद सनाउल्लाह शैख , ग्राम चकनसीर , पोस्ट सुक्की , थाना पातेपुर वैशाली संग इकराम अहमद , ग्राम दुबहा पोस्ट पोरिहार, थाना राजा पाकर वैशाली की शादी के अवसर पर मौलाना अबुल खैर जिबरील ने निकाह पढ़ाने से पहले लोगों से कही इस शादी की सरपरस्ती हाजी मोहम्मद ताहिर हुसैन महुआ , 2024 के हज यात्रि मोहम्मद तालिब हुसैन , श्रीमती रोशन खातून , तौसीफ आलम , दानिश्ता अंजुम के अलावा मामा शाहिद हुसैन , शिक्षिका शमा परवीन ने फ़रमाई मुख्य अतिथि के रुप में उर्दू कवि एवं पत्रकार एजाज आदि शाहपुरी, वैशाली फर्नीचर महुआ के प्रोपराइटर मोहम्मद इकबाल अंसारी, जाहिद हुसैन , प्रोफेसर असगर अली , मौलाना इरफान उल हक , अब्दुल लतीफ दुबहा , करी नियाज दुबहा , मास्टर गौस दुबहा , अंजार आलम एवं मोहम्मद कलाम चैनपुर इत्यादि शादी की मेजबानी पत्रकार एहतेशाम फरीदी , मोहम्मद उमर , जिया उल हक, मिस्बाह उल हक , असरार उल हक , अयान सैफी , हसन आदिल, अल्तमश ग़ज़ाली के साथ सगे संबंधी ने प्रेम भाव के साथ निभाया।