शहीद दारोगा पशुपति नाथ सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
1 min readशहीद दारोगा पशुपति नाथ सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
रिपोर्ट प्रभंजन कुमार
शहीद दारोगा पशुपतिनाथजी शहादत दिवस के अवसर पर वैशाली के जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर ने पातेपुर के बलिगांव स्थित उनके स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।
कौन थे शहीद दारोगा पशुपति नाथ सिंह
शहीद बौर पशुपतिनाथ जी (तत्कालीन थाना प्रभारी, पातेपुर) अपने कर्तव्य का चलन करते हुए on अप्रैल 1950 में बलिगांम गांव में दो दर्जन डकैतों के रसथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गये और 09 अऔर 1000 को सुख्या 10 बजे मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में अंतिम सांस ली।
उन्होंने डकैती की योजना के बारे में सुनकर अकेले पातेपुर थाना से साईकल से बल दिये और बलिगांव में दर्जनों डकैतों से लड़ते हुए 08 डकैतों को गोली से घायल कर दिया, जिसे स्थानीय लोगों ने पकड़ा और इलाज के दौरान तीन की मौत हुई और अन्य की मौत राजा के दौरान हुआ। वे अकेले 7 घंटे एक डकैतों से लड़ते रहे और डकैतों के गोली से घायल हुए। जहाँ घायल हुए वहीं बलिगांव बाना भी बाद में बना साथ ही उनकी आदमकद प्रतिमा भी लगाई गई।
मरणोपतात पशुपतिनाथ जी को 1960 में भारत के राष्ट्रपति के द्वारा पुलिस पदक गैलेंट्री अवार्ड से नवाजा गया।
स्मारक समिति के सचिव श्री कौशिक ने बताया कि इस अवसर पर तिरहुत प्रमंडल के चार जिलों से चयनित पुलिस पदाधिकारियों को पशुपतिनाथ मैडल और प्रशस्ति पत्र से नवाजा जाता है। शहीद पशुपतिनाथ स्मारक समिति बलिगांव (वैशाली) के सचिव डॉ सेके कौशिक के अनुसार अब लोक सभा चुनाव के बाद एक समारोह में चयनित २० पुलिस ऑफिसर्स को मेलस और प्रशस्ति पत्र से नवाजा जाएगा।