लेटेंट टीबी पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
लेटेंट टीबी पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
– अधिक संख्या में एक्स रे पर दिया गया जोर
– वर्ल्ड विजन की तरफ से सीएमई का आयोजन
मुजफ्फरपुर। 25 जनवरी
टीबी के दो प्रकारों में लेटेंट टीबी काफी हद तक उस घुसपैठिए की तरह है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोर होते ही कभी भी आपके शरीर पर टीबी बीमारी हावी हो जाएगा। क्योंकि इस टीबी में व्यक्ति के अंदर टीबी के रोगाणु होते है। मगर वह एक्टिव नहीं होते। ये बातें गुरुवार को एक निजी होटल में वर्ल्ड वीजन इंडिया की तरफ से सीएमई के आयोजन में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीके दास ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन पारंपरिक तरीके से सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉक्टर सी के दास और वर्ल्ड विज़न इंडिया के स्टेट लीड मोहन सिंह सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं ने संयुक्त रुप से किया। डॉ दास ने बताया कि इस सीएमई के आयोजन का मुख्य उद्येश्य प्रीवेंटिव टीपीटी के अंतर्गत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और मेडिकल आफिसर को लेटेंट टीबी के आयाम से अवगत कराना था। इसके बाद प्रशिक्षण प्राप्त मेडिकल आफिसर और ज्यादा से ज्याद संख्या में टीबी मरीजों के घर के लोगों का एक्स रे कर टीबी को रुल आउट करने में मदद कर सकें।
टीबी मरीजों के साथ रहने वालों को खतरा:
डॉ दास ने बताया कि टीबी मरीज के साथ घर में रहने वालों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसके लिए मरीज के साथ घर में रहने वाले लोगों का एक्सरे कर टीबी को रुल आउट करने का विभाग का लक्ष्य हमेशा से रहा है। टीबी के इस पहलू से उन्मूलन में वर्ल्ड वीजन साथ दे रहा है। एक्स रे के बाद टीबी की पहचान होने पर तो घर के सदस्यों का इलाज चलेगा। अगर उन्हें टीबी नहीं है तो घर वालों को आइसोनियाजिड की दवा दी जाती है ताकि उन्हें यह रोग अपनी जद में न ले पाए। इस प्रोग्राम में वर्ल्ड विज़न इंडिया के कार्यकर्ता सभी प्रखंड में टीबी मरीज के घर जाकर उनका कॉउंसलिंग कर रहे है और उनके साथ रहने वाले सदस्यों को उन्हें सीएचसी, पीएचसी भेजकर उनका एक्स रे ओर इलाज में भागीदारी निभा रहे हैं।
पीएमटीपीटी के अंतर्गत चाई के अमरजीत प्रभाकर के द्वारा कार्यक्रम पर विस्तृत जानकारी दी गयी। मौके पर सीएस डॉ ज्ञान शंकर, वर्ल्ड विज़न इंडिया के तरफ से डिस्ट्रिक्ट लिड दिनकर चतुर्वेदी, टीबीडीसी से डॉ रवि, डॉ अवकाश एवं डॉ कुमार गौरव, चाई स्टेट टीम से गौतम सिंह एवं अमरजीत प्रभाकर, एसटीएलएस मनोज कुमार सहित सभी प्रखंड से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं दो चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित रहे।