कोविड टीकाकरण के लिए दिव्यांग जनों का यूडीआईडी पहचान पत्र होगा मान्य
1 min readकोविड टीकाकरण के लिए दिव्यांग जनों का यूडीआईडी पहचान पत्र होगा मान्य
•अपर निदेशक सह राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दिए निर्देश
•टीकाकरण के लिए योग्य दिव्यांगजनों को होगी सहूलियत
वैशाली / 8 जून।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण को सुलभ व सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अब दिव्यांग नागरिकों के लिए कोरोना टीकाकरण को आसान बनाने के लिए टीकाकरण सत्र पर डिपार्टमेंट ऑफ़ एम्पावरमेंट ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटीस, मिनिस्ट्री ऑफ़ सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट द्वारा निर्गत यूनिक डिसएबिलिटी पहचान पत्र मान्य होगा। अपर निदेशक सह राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एन.के.सिन्हा ने सभी जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। जारी पत्र में बताया गया है कि दिव्यांग एवं विशेष सहायता की आवश्यकता वाले दिव्यांगों को टीकाकृत करने के लिए यूनिक डिसएबिलिटी पहचान पत्र (यूडीआईडी) मान्य होगा।
यूडीआईडी पहचान पत्र होगा मान्य:
जारी पत्र में निर्देशित है की डिपार्टमेंट ऑफ़ एम्पावरमेंट ऑफ़ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटीस, मिनिस्ट्री ऑफ़ सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट द्वारा निर्गत यूनिक डिसएबिलिटी पहचान पत्र दिव्यांग एवं विशेष सहायता की आवश्यकता वाले दिव्यांगों को टीकाकरण के लिए मान्य होगा। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 60 वर्ष से अधिक और दिव्यांगों के लिए नियर टू होम कोविड वैक्सीन सेंटर के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
टीकाकरण के लिए योग्य दिव्यांजनों को होगी सहूलियत:
सिविल सर्जन डॉ इंद्रदेव रंजन ने बताया जारी निर्देश के उपरांत दिव्यांग एवं विशेष सहायता की आवश्यकता वाले दिव्यांगों को टीकाकरण करवाने में सहूलियत होगी. अभी बुजुर्गों और दिव्यांग लोगों को उनके घर के नजदीक सत्र संचालित कर उन्हें टीकाकृत करने की मुहीम चल रही है और अब यूडीआईडी पहचान पत्र से दिव्यंगों को टीकाकरण करवाने में और ज्यादा आसानी होगी।
टीकाकरण और व्यवहार परिवर्तन कर हम दे सकते हैं कोरोना संक्रमण को मात:
डॉ. इंद्रदेव रंजन ने बताया जिले में फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार कम हुआ है लेकिन खतरा कम नहीं हुआ है और लोगों की लापरवाही उनके लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। ऐसे में लोगों की सोंच और सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन आवश्यक है। लोगों को समझना होगा की कोरोना का दोनों टीका लेने पर ही शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। इसलिए टीकाकरण अवशय करवाएं। इसके अलावा लोग अपने हाथों को समय-समय पर साबुन और पानी से धोएं। साथ ही, अल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। लोग अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने से लोगों को बचना होगा। घर से बाहर निकलते समय बिना मास्क या फेसकवर के न निकले। बाजारों या यात्री वाहनों में भी शारीरिक दूरी बनाकर रहें।