एसडीएम ने गैर जरूरी दुकानों को बंद कराया
1 min readएसडीएम ने गैर जरूरी दुकानों को बंद कराया
– कहा लॉकडाउन का अनुपालन करना बहुत जरूरी
शिवहर, 3 जून।
लॉकडाउन -4 के अनुपालन को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद इश्तियाक अली अंसारी, कार्यपालक दंडाधिकारी लाल देवराम, थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रघुनाथ प्रसाद सड़क पर उतरे। अधिकारियों ने जीरो माइल चौक, पेट्रोल पंप, राजस्थान चौक पर निरीक्षण के दौरान गैर जरूरी दुकानों को बंद करने की अपील की। एसडीएम ने कहा गैर जरूरी दुकानें किसी भी सूरत में नहीं खुलेंगे। लोग लॉकडाउन के नियम का पालन करें। लॉकडाउन के कारण ही कोरोना महामारी पर अंकुश लग रहा है।
एसडीएम ने लगाई फटकार
एसडीएम ने लोगों को हिदायतें दी कि मास्क पहनना जरूरी है। कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए आपकी सुरक्षा का ख्याल जिला प्रशासन को है। इसीलिए आप लोगों से अपील की जा रही है कि घर से बाहर निकलते हुए मास्क पहनें । कई लोगों को एसडीएम ने फटकार लगाई तथा कहा है कि अगली बार मास्क पहने हुए नजर नहीं आये तो जेल भेज दिया जाएगा।
सबसे छोटे जिला ने किया बड़ा काम
सूबे के सबसे छोटे जिले शिवहर ने कोरोना की लड़ाई में बड़ा काम किया है। सिविल सर्जन डॉ राजदेव प्रसाद सिंह ने कहा जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और आमजन के सामुहिक प्रयास से न सिर्फ संक्रमण की रफ्तार रोकने में मदद मिली है, बल्कि जिले की मृत्यु दर एक फीसद से भी कम है। कोरोना जांच में भी जिला काफी आगे है। साढ़े छह लाख की आबादी वाले जिले में कुल तीन लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच की गई है। इस समय रोजाना तकरीबन डेढ़ हजार जांच की जा रही है।
क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने संक्रमण की रफ्तार रोकी
जिला प्रशासन की ओर से हर पंचायत में बनाई गई क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के प्रयास से न सिर्फ संक्रमण की रफ्तार रोकने में मदद मिली है, बल्कि जिले की मृत्यु दर एक फीसद से भी कम है। कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत हुई तो जिलाधिकारी ने जिले की सभी 53 पंचायतों के अलावा शिवहर शहर के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया। इसमें नर्स, आशा, एएनएम, सेविका, सहायिका, ग्रामीण चिकित्सक के अलावा वालंटियर, मुखिया, सरपंच, पंच व वार्ड सदस्य शामिल हैं। टीम घर-घर जांच और इलाज करती है।