सुहागिनों ने की अखंड व्रत हरितालिका तीज।
सुहागिनों ने की अखंड व्रत हरितालिका तीज।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार।
वैशाली! हाजीपुर ,अखंड सौभाग्य, अटूट प्रेम के प्रतीक हरितालिका तीज का आयोजन जिले के विभिन्न हिस्सों में सुहागिन व्रतधारियों द्वारा श्रद्धा, उमंग के साथ मनाई गई। यह पर्व भाद्र शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है, जिसमें सुहागिन नारियों द्वारा अपने अखंड सुहाग की कामना करते हुए भगवान भोले शंकर व पार्वती की पूजा अर्चना बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से करते हैं। कहा जाता है कि माता पार्वती ने भोले शंकर को अपने पति रूप प्राप्त करने के लिए कठिन तपस्या की थी। खुश होकर भोले बाबा ने माता पार्वती के 108 जन्म के बाद पति रूप को प्राप्त हुआ ।ऐसी मान्यता है कि जो स्त्री भाद्र शुक्ल पक्ष तृतीया को हरितालिका तीज व्रत का आयोजन करती है ,उनका सुहाग अखंड रहता है। हरितालिका तीज पूजन कराते हुए पंडित डॉ नवल झा ने कहा कि जो भी स्त्री पूर्ण विधि विधान के साथ हरितालिका तीज का आयोजन करती है, वह आजीवन सौभाग्यवती रहती है तीज करने वाली स्त्रियों में श्रीमती रश्मि प्रिया, रेखा देवी, विजेता कुमारी, पिंकी कुमारी, गणिता देवी ,शर्मिला देवी, सरिता कुमारी, रीना देवी सहित अन्य महिलाओं ने इस व्रत को पूरे विधि विधान के साथ अखंड सौभाग्यवती रहने की कामना की।