वर्ष 2018 के सर्वे के बाद भी प्रत्येक पंचायत में लगभग 700 से 1500 परिवार का नाम आवास सूची में नहीं- रिंकू कुमारी
1 min readवर्ष 2018 के सर्वे के बाद भी प्रत्येक पंचायत में लगभग 700 से 1500 परिवार का नाम आवास सूची में नहीं- रिंकू कुमारी
विभूतिपुर/समस्तीपुर
चक्रवाती तुफान याश से भारी तबाही एवं जनजीवन अस्त-व्यस्त का हालचाल लेते ग्राम पंचायत राज कल्याणपुर उत्तर की मुखिया श्रीमती रिंक कुमारी ने कहा कि वर्ष 2016 से पहले बीपीएल सूची में अंकों के आधार पर इन्दिरा आवास का आवंटन किया जाता था। लेकिन 2016 के बाद इन्दिरा आवास का नाम बदल कर प्रधानमंत्री आवास योजना करते हुए एक सूची प्रत्येक पंचायत को मिला . जिसमें लाभुकों का नाम था। उसी के आधार पर आवास मिल रहा है।यह सूची में आधा से अधिक गरीब परिवारों का नाम नहीं था। जिसको देखते हुए सरकार ने वर्ष 2018 के फरवरी, मार्च महीना में सामाजिक और आर्थिक आधार पर पंचायत के आवास सहायक से आनलाईन सर्वेक्षण कराया। जिसमें पूरे बिहार लेवल पर 32 लाख 57 हजार 990 परिवारों का ही सर्वे हुआ। जिसमें मात्र 30 लाख 81 हजार 494 परिवार का ही नाम आया।यह सूची सरकार के यहाँ लंबित है।इस सूची के अनुसार प्रत्येक पंचायत में लगभग 400 परिवारों का नाम है। जबकि अभी भी प्रत्येक पंचायत में 700 से 1500 गरीब परिवार आवास योजना से वंचित है।जिसका नाम 2018 के आवास सूची में नहीं है। वैसे परिवार अभी भी टुटे हुए झोपड़ी या टुटे हुए कच्चा मकान में रहने को मजबूर है। वे अपने भाग्य को कोस रहे हैं। ऐसे गरीब परिवारों के समस्याओं को देखते हुए सरकार को एक बार और सर्वेक्षण का समय देना चाहिए। ताकि कोई गरीब इस योजना से वंचित न रहे। मैं सरकार से मांग करती हुं कि अविलंब समय निर्धारित कर आवास हेतु पुनः सर्वे कराया जाए। ताकि एक भी परिवार इस लाभ से वंचित न रहे। आवास का लाभ सभी गरीब को मिले।