केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा की 14वीं अनुसंधान परिषद की बैठक
1 min read*केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा की 14वीं अनुसंधान परिषद की बैठक*
समस्तीपुर(जकी अहमद)
डॉ0 राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की 14 वीं अनुसंधान परिषद बैठक (खरीफ) ने तीन दिनों के विचार – विमर्श के दौरान, शुरुआत में सभी डीन और निदेशकों ने अपनी – अपनी इकाइयों की प्रमुख शैक्षणिक उपलब्धियां प्रस्तुत किया। विभिन्न तकनीकी सत्रों के दौरान, सत्रह विश्वविद्यालय द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं और ग्यारह एक्सटर्नली (बाहरी) रूप से वित्त पोषित परियोजनाओं को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया गया। उनके विशिष्ट शोध उपलब्धियों (हाइलाइट्स) और कार्यों के भविष्य के कार्यक्रम की समीक्षा की गई। विश्वविद्यालय में चल रहे 35 आईसीएआर – एआईसीआरपी में से सत्रह अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया और उन पर विस्तार से चर्चा की गई। कुलपति, डॉ0 पी0एस0 पांडेय और राष्ट्रीय स्तर के आमंत्रित विशेषज्ञों ने विश्वविद्यालय में अनुसंधान कार्यक्रम की बेहतरी के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। बिहार के जोन -1 के लिए ZREAC की कार्यवाही प्रस्तुत की गई और चर्चा की गई। 14 वें आरसीएम में विचार – विमर्श के अंतिम चरण में, दो चने और मसूर की एक किस्मों के लिए रिलीज प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया और पूरी तरह से चर्चा की गई। इसके अलावा, नव विकसित तारो (अरबी ) फसल बुवाई मशीन को रिलीज करने पर विस्तार से चर्चा किया गया। सभा के अंत में सह निदेशक अनुसंधान डॉ0 एस के सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।