May 10, 2021

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शीन अख्तर एक प्रगतिशील जनवादी लेखक और यशस्वी कवि थे वहीं रेणु प्रकाश एक जुझारू कवित्री थीं।

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शीन अख्तर एक प्रगतिशील जनवादी लेखक और यशस्वी कवि थे वहीं रेणु प्रकाश एक जुझारू कवित्री थीं: प्रो. रविभूषण                                                             रिपोर्ट : प्रो. मो. रिजवान                 झारखंड (रांची) जनवादी लेखक संघ झारखंड की ओर से आज प्रो शीन अख्तर और रेणु प्रकाश के साथ साथ उन सभी साहित्यकारों और कवियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिनकी मौतें अप्रैल से मई तक में करोना महामारी के कारण हो गई हैं।उन कवियों और साहित्यकारों में मोनाजिर आशिक हरगानवी,रमेश उपाध्याय, सुल्तान अख्तर,कृष्ण दत्त शर्मा,प्रो शमीम हनफी,अरविन्द कुमार, प्रो गिरधारीलाल गंझू, नईम मिरदाहा,मुशर्रफ आलम जौकी,रविन्द्र राज हंस,अंजुम उस्मानी,डाॅ राम सागर सिंह,रियाज़ अजीम आबादी,कवि विजेन्द्र,अंबर बहराइच,मंज़र एहतेशाम,बनराज भाटिया,ज़हीर कुरैशी,इप्टा के उमेश नज़ीर,प्रो मौला बख्श, प्रो मंजर अब्बास नक़वी, आदी को विशेष रूप से याद किया गया।

श्रद्धांजलि सभा के आरंभ में प्रो रविभूषण ने कहा कि शीन अख्तर एक प्रगतिशील जनवादी लेखक और यशस्वी कवि थे वहीं रेणु प्रकाश एक जुझारू कवित्री थीं।

अध्यक्षता:अपनी अध्यक्षीय संवेदना में प्रो विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शीन अख्तर बहुआयामी प्रतिभा के व्यक्तित्व थे वहीं रेणु प्रकाश के यहां स्त्री विमर्श पर लिखी गई कविताओं में डरावनी और खौफनाक रातों का चित्रण मिलता है।प्रो विनोद कुमार ने कहा कि प्रो शीन अख्तर के व्यक्तित्व मे लेखक, चिंतक,शायर,और कुशल प्रशासक के असीम गुण थे और वो एक खुबसुरत दिल वाले इंसान थे।
इस अवसर पर नीलाम्बर-पिताम्बर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो फिरोज अहमद ने कहा कि प्रो शीन अख्तर के प्रशासनिक कार्यों में भी एक प्रकार से सृजनता होती थी।और रांची विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संरचना के विकास भी उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही है।

पूर्व खेल सचिव और कथाकार रणेन्द्र कुमार ने कहा कि
शीन अख्तर और रेणु प्रकाश की लेखनी विचारधारा से प्रतिबद्ध होने के साथ साथ शैली और सौन्दर्य के स्तर पर भी अतुलनीय हैं।

इस अवसर पर जिन लोगों ने श्रद्धा-सुमन अर्पित किया उन में प्रो अली इमाम खान,प्रो कहकशां प्रवीण, प्रो ज़ैन रामिश, प्रो जमशेद क़मर,गुफरान अशर्फी,ओम प्रकाश वर्णवाल ,डाॅ गुलाम हैदर,अपराजिता मिश्रा,शालिनी साबू,डाॅ आलम आरा,डाॅ नाहिद साहिबा,शीन अख्तर की पुत्री नाहिद अख्तर, रेणु प्रकाश के पुत्र कामरेड अमन कुमार, अब्दुस्समद,डाॅ गालिब नश्तर,डाॅ हिदायतुल्लाह, डाॅ शारिब,डाॅ तस्लीम आरिफ, प्रो एस के झा,प्रो अबरार अहमद,महफूज आलम,अकील अब्बास, सैयद रिजवी,शैलेन्द्र अस्थाना,वीणा श्रीवास्तव, डाॅ इमरान, आफरीन सबा,आफरिन अख्तर, अविनाश कुमार,सैयद ओजैर अहमद,मोनाजिर हुसैन, मो राशिद, आसिफ अहमद आदी अहम हैं।
शोक शभा का सफल ऑनलाइन संचालन डाॅ मो रिजवान अली अंसारी,उर्दु विभाग, रांची विश्वविद्यालय, रांची ने किया।

शोक सभा के बाद धन्यवाद ज्ञापन जनवादी लेखक संघ के सचिव एवं एवं इस लिंक के एडमिन एम ज़ेड खान ने किया।

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