वैशाली: लालगंज । ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन एवं ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन प्रखंड कमेटी लालगंज के बैनर तले आजादी आंदोलन के गैर समझौता वादी धारा के अग्रदूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125 वीं जयंती सप्ताहिकी बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ श्रद्धापूर्वक स्थानीय कॉमर्स कॉलेज के प्रांगण में ए आई के के एम एस राज्य कमेटी सदस्य डॉ राजेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए ए आई के के एम एस के राज्य उपाध्यक्ष ललित कुमार घोष ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस बचपन से ही संघर्षशील, स्वाभिमानी, समाजसेवी स्वभाव के थे। उन्होंने भारत को गुलामी से मुक्ति दिलाने का संकल्प लेकर अपना सर्वस्व त्याग कर भारतीय आजादी आंदोलन में कूद पड़े। वे गरम दल के यशस्वी , तेजस्वी नेता के रूप में उभरे। जब अंग्रेजों ने उन्हें नजरबंद किया तो भारत छोड़कर विदेश में जाकर आजाद हिंद फौज का निर्माण कर अंग्रेजों को ललकारा ही नहीं,बल्कि अंग्रेजों पर आक्रमण कर छक्का छुड़ा दिया। इनके आक्रमण से अंग्रेज पीछे हटे और उन्हें लगने लगा कि अब भारत में अधिक दिनों तक हमारा शासन नहीं चल पाएगा। आजादी आंदोलन में एक ऐसा ज्वार पैदा हो गया कि हर भारतीय छात्र,नौजवान, किसान मजदूर, महिला, बच्चों सहित सभी सड़क पर उतर गये।अंततः अंग्रेजों को 1947 ई० में भारत छोड़ना पड़ा। ए आई के के एम एस राज्य कमेटी सदस्य वह किसान नेता इंद्र देव राय, उप मुखिया संघ लालगंज के अध्यक्ष राकेश कुमार चौधरी, वार्ड संघ लालगंज के अध्यक्ष प्रतिनिधि कुमोद कुमार सहनी, प्रख्यात किसान नेता राम पुकार राय,त्रिभुवन राय, रामेश्वर शर्मा, ए आई डी एस ओ के लालगंज प्रखंड सचिव शिवम कुमार ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सपनों का भारत बनाने के लिए भारत में क्रांति के जरिए पूंजीवादी शोषण मूलक समाज को उखाड़ फेंक कर समाजवादी राजसत्ता कायम करना होगा। तभी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का सपना साकार हो पाएगा। इसका संकल्प हम सबों को लेना होगा। अध्यक्षीय भाषण में किसान नेता डॉ राजेंद्र शर्मा ने कहा की आज नेताजी के आदर्श एवं जीवन संघर्ष को खासकर छात्र,नौजवान, मजदूर, किसानों को अपने जीवन में उतारकर अन्याय, जुल्म,शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा। तभी हम देश में व्यवस्था परिवर्तन करने में अहम भूमिका अदा कर सकेंगे। हमारे पूर्वजों द्वारा दी गई कुर्बानियों के बाद आज हम आंशिक रूप से आजाद हैं। हमारी कुर्बानी हमारे नौनिहालों के लिए पूर्ण रूप से आजादी दिलाने का काम करेगी। इसलिए छात्र, नौजवान, किसान, मजदूरों को अपना फर्ज समझकर कुर्बानी देना होगा, तभी नेता जी के सोंच का भारत बन सकेगा और उनका सपना साकार होगा। सभा को शिक्षक नंदकिशोर शर्मा, किसान नेता रामेश्वर शर्मा, महेश पासवान, रामू पंडित, जयप्रकाश तिवारी, किसान नेता, त्रिभुवन राय, रामचंद्र भगत, रामेश्वर राम,जानकी देवी,आशा देवी,बेचन दास, वार्ड सदस्य कुंदन कुमार,रूपम जी, दिलिप पासवान, बजरंग कुमार, धनंजय कुमार, शिव कुमार आदि ने संबोधित किया।