*अनिता राम मेयर, राम बालक पासवान उप मेयर बने, महेश्वर हजारी को लगा जबरदस्त झटका*
*अनिता राम मेयर, राम बालक पासवान उप मेयर बने, महेश्वर हजारी को लगा जबरदस्त झटका*
समस्तीपुर(जकी अहमद/नईमुद्दीन आज़ाद)
नगर निकाय चुनाव में मतदाताओं एवं प्रत्याशियों ने लोकतंत्र की खूबसूरती का नजारा पेश किया। जहां मतदाताओं ने बिहार के सत्ताधारी पार्टी के कद्दावर नेता और विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी के प्रत्याशी संध्या हजारी को चुनावी महासमर में पटखनी दे दी। वही दूसरी ओर नगर निगम के वार्ड संख्या 38 से कभी बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री और लालू प्रसाद यादव के चहेते रहे रामाश्रय सहनी वार्ड पार्षद पद का चुनाव लड़ा और उसमें उन्होंने जीत हासिल की। वहीं महेश्वर हजारी की पत्नी व मेयर पद की प्रत्याशी संध्या हजारी की हार में कई महत्वपूर्ण फैक्टर रहे जिससे उनकी हार परिणाम से पूर्व ही तय हो गई थी। जिसमें मतदाता समस्तीपुर नगर निगम के मेयर पद को आरक्षित करवाने का दोषी महेश्वर हजारी को मान रहे थे और इसको लेकर मतदाताओं में काफी आक्रोश भी व्याप्त था। वहीं मतदाताओं में इस बात को लेकर भी बेहद नाराजगी था कि सारे पदों एक ही परिवार के लोग कैसे विराजमान हो सकते हैं। वहीं इसके अलावा संध्या हजारी की हार में समस्तीपुर के आवाम द्वारा मेयर पद की प्रत्याशी कांग्रेस नेत्री अनीता राम को खुलकर मदद करना तथा किरण कुमारी एवं सुनीता देवी ने उम्मीद से अधिक वोट लाकर संध्या हजारी की हार की रही – सही कसर पूरी कर दी। आपको बतादें कि मेयर पद की विजयी प्रत्याशी अनीता राम को कुल 26016 प्राप्त हुए उनके प्रतिद्वंदी रहे अनिता देवी जिसे 14455 मत प्राप्त हुए वहीं संध्या हजारी तीसरे स्थान पर थी उन्हें कुल 13375 मतों से ही संतोष करना पड़ा। वहीं उप मेयर के पद के प्रत्याशी रामबालक पासवान ने 17279 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुजय कुमार को 8610 मतों के भारी अंतर से पराजित कर उप मेयर के पद पर कब्जा जमा लिया। बताया जाता है कि जैसे – जैसे रुझान सामने आ रहे थे, वैसे – वैसे अनिता राम के समर्थकों का उत्साह बढ़ता ही जा रहा था और संध्या हजारी के समर्थकों में मायूसी छाई जा रही थी। दोपहर 1 : 00 बजे तक आये रुझानों ने पुरी तरह से साफ कर दिया था कि समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र के मतदाता परिवारवाद की राजनीति को पुरी तरह से नकारते हुए एक नई इबारत लिखने जा रहे हैं और जिसमें अनिता राम को समस्तीपुर नगर निगम की प्रथम मेयर होने का गौरव प्राप्त होने जा रहा है। ऐसा नहीं था कि इन परिस्थितियों को महेश्वर हजारी नहीं समझ रहे थे। मतदान से एक दिन पूर्व से ऐसी खबरें आई थी कि सारी स्थितियों को समझते हुए महेश्वर हजारी अपनी पत्नी संध्या हजारी को मेयर पद का चुनाव जिताने को लेकर अपने अभियान का ऐसा गियर बदल रहे हैं कि रातों – रात सारे अनुमान और कयास बदल जाएंगे। क्योंकि इससे पूर्व भी वह चुनावी रणनीति और प्रबंधन का नमूना बीते विधानसभा चुनाव में पेश कर चुके हैं। जब मतदाताओं में व्याप्त घोर नाराजगी और विकट परिस्थिति को पाटते हुए उन्होंने अपनी जीत में बदल दिया था। बताया जा रहा था कि इस चुनाव के साथ – साथ महेश्वर हजारी 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हुए थे। वहीं इस चुनाव में भारी शिकस्त खाने के बाद उनके अभियान को एक जबरदस्त झटका लगा है।