अष्टम स्थापना दिवस पर बालेश्वर सुदामा देवी सीनियर सेकंडरी विद्यालय के छात्रों ने मचाया धमाल।
1 min readअष्टम स्थापना दिवस पर बालेश्वर सुदामा देवी सीनियर सेकंडरी विद्यालय के छात्रों ने मचाया धमाल।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार।
सहदेई ( वैशाली) क्षेत्र के पहाड़पुर तोइ, अंधरावर चौक स्थित संत बी एस पब्लिक स्कूल एवं बालेश्वर सिंह सुदामा देवी सीनियर सेकेंडरी विद्यालय की आठवीं स्थापना दिवस के अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में धमाल मचाया। कार्यक्रम का उद्घाटन सहदेई बुजुर्ग थाना अध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर की ।इस मौके पर विद्यालय के संस्थापक प्राचार्य भगवान प्रसाद साहू ,निदेशक सुनील कुमार सिंह, सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य आर एन सिंह ,नर्सरी टीचर ट्रेनिंग के गेस्ट टीचर नंदन कुमार चंदन, सुधीर कुमार मालाकार ,विश्वनाथ राय डिग्री कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य अशोक कुमार राय, आरपीएस बिदुपुर के प्राचार्य अमरेंद्र कुमार, डॉक्टर उमाशंकर निराला, राजेश कुमार तिवारी ,कार्यक्रम संयोजक डॉ बीएन शर्मा ,संगीत संयोजक भुवनेश्वर दास, कार्यक्रम के संचालिका बिना भारती सहित हजारों लोग उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए थाना प्रभारी अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें निखार कर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। बालेश्वर सुदामा देवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा जो छात्रों के बीच में संस्कार युक्त शिक्षा दी जा रही है यह अपने आप में काबिले तारीफ है ।मैं इसकी चौमुखी विकास की कामना करता हूं। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्राओं में मानसी, आंचल, राशिकाश्री ,श्वेता ,रीत ,दिव्या, शिखा, श्रेया ,आनंद आलोक, अविनाश, विकी, श्वेता, हिमांशु, साक्षी ,फरहत प्रवीण ,नंदिनी, नैंसी सहित दर्जनों छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। भगवान प्रसाद साहू रचित लघु नाटिका सास बहू के कलाकारों को दर्शकों ने खूब सराहा। छात्र छात्राओं ने लोक परंपरागिक गीत गीत जट जटिन एवं भाव नृत्य प्रस्तुत किया ।छोटे बच्चों ने क्रिसमस डे के अवसर पर रैम्स, स्पीच एवं प्रहसन प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। बीच-बीच में भुनेश्वर दास के गीतों को लोगों ने खूब सराहा। कार्यक्रम के बीच में नर्सरी टीचर ट्रेनिंग की वर्ष 2021 -22 की सफल छात्राओं को प्रमाण पत्र पूर्व मुखिया शत्रुघ्न प्रसाद सिंह एवं सहदेई के चिकित्सक द्वारा वितरित किए गए।