*बिहार के सरकारी विद्यालयों की बदली तस्वीरें- नसीम अख़्तर* *************************
हाजीपुर,वैशाली l बिहार के सरकारी विद्यालयों की तस्वीर बदलने लगी है l वर्तमान में शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे बेहतर प्रयोग से छात्र-छात्राओं की उपस्थिति विद्यालय में बढ़ने लगी है l उक्त बातें मो. नसीम अख्तर सहायक शिक्षक राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर उर्दू, चेहराकलाँ, वैशाली सह तिरहुत प्रमंडल के मीडिया प्रभारी, टीचर्स ऑफ बिहार ने कही l उन्होंने कहा कि बच्चे विद्यालय में हो रहे नवाचारी गतिविधि से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं l प्रतिदिन हो रहे नवाचार ने विद्यालय में बच्चों की बढ़ती उपस्थिति में मील का पत्थर साबित हुआ है l शिक्षा विभाग, बिहार सरकार की अबतक की सबसे महत्वाकांक्षी योजना “चहक” ने बच्चों की शैक्षिक, व्यवहारिक एवं मनोवैज्ञानिक कौशल को संवारने का एक बेहतरीन प्लेटफार्म मुहैया कराया है l वर्तमान में विद्यालयों में प्रतिदिन “चहक” गतिविधियां कराई जा रही है l जिससे बच्चों में सर्वांगीण विकास की अवधारणा विकसित हो रही है l प्राथमिक कक्षा में अध्ययनरत छात्रों के लिए सभी विद्यालयों को निपुण भारत मिशन अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लिए फाऊंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी अर्थात एफ. एल. एन. किट मुहैया कराया गया है जिससे बच्चों में शिक्षा के ‘प्रारंभिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण’ करने में मदद मिल रही है l नसीम अख्तर ने कहा कि इन सभी नवाचारों से न केवल छात्रों बल्कि शिक्षकों को भी नवाचारी गतिविधि आधारित शिक्षण का अवसर मिल रहा है जिससे छात्र लाभान्वित हो रहे हैं l उन्होंने कहा कि पूर्व में भी शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का चलन रहा है किंतु शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी के लगातार आयोजन ने शिक्षक और अभिभावक को और निकट लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है l यूँ कहें कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा अभिभावकों के साथ संगोष्ठी कर छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए विद्यालय भेजने हेतु प्रेरित करने में लगभग सफल हुए हैं l