लोग अपने घरो में भी माँ दुर्गा के पूजा अर्चना कर रहे है.
गोरौल वैशाली जाहिद वारसी की रिपोर्ट।
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते.”के वेदमयी ध्वनि पूरा प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय हो गया है. माँ भगवती के विभिन्न रूपो की पूजा आराधना किया जा रहा है.क्षेत्र के कटरमाला चौक, बेलबर घाट, गोरौल चौक, अंधारी गाछी, गोरौल बाजार, कर्पूरी चौक, सहित अन्य सभी जगहों पर भी शारदीय नवरात्र को लेकर विभिन्न मंदिरो एव देवी स्थानों पर भव्य पंडाल निर्माण कराया जा रहा है. लोग अपने घरो में भी माँ दुर्गा के पूजा अर्चना कर रहे है. माँ के आराधना एव भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र भक्ति मय हो गया है. शारदीय नवरात्र का आध्यात्मिक महत्व आज भी है.शारदीय नवरात्र आत्मशक्ति अर्जित करने का अवसर देता है.आंतरिक शक्ति से ही उत्साहित हो कर लोग सफलता के पथ पर अग्रसर हो सकते है.नवरात्र में शक्ति अर्चना का मूल उद्देश्य सोई हुई आत्मशक्ति को जगाना भी है.इस लिये शारदीय नवरात्र शक्ति के जागरण का महापर्व भी माना जाता है.