कायाकल्प कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यशाला – अस्पताल को हर तरह से स्वच्छ बनाने को लेकर 500 अंक निर्धारित, कम से कम 350 अंक लाना अनिवार्य
1 min readकायाकल्प कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यशाला
– अस्पताल को हर तरह से स्वच्छ बनाने को लेकर 500 अंक निर्धारित, कम से कम 350 अंक लाना अनिवार्य
शिवहर, 10 मार्च| जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में बुधवार को कायाकल्प कार्यक्रम की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें सिविल सर्जन डॉ. आरपी सिंह ने विभाग के अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को अस्पताल को कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप बनाने में सहयोग करने का निर्देश दिया। जिससे मरीज अस्पताल की व्यवस्था से संतुष्ट हो सके। इस अवसर पर पावर प्वाइंट के माध्यम से कायाकल्प कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न बिंदुओं की जानकारी दी गई। जिसमें अस्पताल को साफ-सुथरा रखने, कचरा प्रबंधन करने, स्वयं एवं मरीजों को संक्रमण से बचाने, अस्पताल परिसर में बाग लगाकर सौंदर्यीकरण करने, उपकरणों को व्यवस्थित ढंग से रखने, प्रसव कक्ष, आपरेशन थिएटर, प्रयोगशाला आदि जगहों से निकलने वाले कचरा का उचित प्रबंधन करने, व्यवस्थित ढंग से दस्तावेजीकरण करने आदि की जानकारी दी गई।
अस्पताल स्वच्छ बनाने को लेकर 500 अंक निर्धारित
कायाकल्प कार्यक्रम के तहत अस्पताल को हर तरह से स्वच्छ बनाने को लेकर 500 अंक निर्धारित है। इसमें से कम-से-कम 350 अंक यानि 70 फीसद अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। 70 फीसद अंक प्राप्त करने वाले अस्पताल ही कायाकल्प कार्यक्रम के मापदंड के अंतर्गत आएंगे। कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का राज्य स्तर पर चयन किया जाएगा। इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले संस्थान को पचास लाख रुपये एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले अस्पताल को बीस लाख रुपये इनाम मिलेगा। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का चयन जिला स्तर पर ही किया जाएगा। जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले अस्पताल को दो लाख रुपये एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले अस्पताल को पचास हजार रुपये इनाम दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हुए शामिल
कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. राजदेव प्रसाद सिंह ने उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को कायाकल्प कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर संबंधित बिंदुओं की जानकारी दी। जिसमें चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ युगल किशोर प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी, डाटा ऑपरेटर,अस्पताल प्रबंधक, पारा मेडिकल कर्मी आदि मौजूद थे।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।