समय नहीं गंवाना है, बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाना है: डॉ रविन्द्र
1 min read
समय नहीं गंवाना है, बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाना है: डॉ रविन्द्र
-अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में चमकी उन्मुखीकरण पर हुआ कार्यक्रम
– चमकी में क्या करें और क्या न करें के बारे में बतायी गयी बातें
– ओझा गुणी या अंधविश्वास में न पड़ जल्द लाएं अस्पताल
सीतामढ़ी, 13 अप्रैल।
चमकी पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर मंगलवार को रुन्नी सैदपुर में विशेष अभियान के तहत आशा और एनएनएम का उन्मुखीकरण किया गया। जिसकी अध्यक्षता अपर समाहर्ता मुकेश कुमार ने की। ज्ञात हो कि जिले में रुन्नी सैदपुर चमकी के अतिप्रभावित इलाके में आता है। मौके पर अपर समाहर्ता मुकेश कुमार ने कहा इस उन्मुखीकरण का मकसद एक बार फिर से चमकी पर क्या करें और क्या न करें को याद दिलाना है। ताकि हमें अपना कर्तव्य बेहतर तरीके से याद हो सके। वहीं जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने प्रखंड के सभी आशा, आशा फैसिलिटेटर और एएनएम को फिर से चमकी पर उनके कर्तव्यों को याद दिलाया। कहा कि गांव के घर -घर और महादलित बस्तियों में जाकर लोगों को एक बार फिर समझाना है कि रात में बच्चों को कभी भी भूखा न रखें, सुबह उठने के बाद बच्चे को भी हिलाकर उठाएं। धूप में खेलने नहीं दें, बगीचों में जूठे फलों को बच्चे को खाने से रोकें। डॉ रविन्द्र ने सभी आशा से कहा कि प्रत्येक मंगलवार को होने वाली आशा मीटिंग में इन बातों को दुहराएं।
समय न गंवाने की नसीहत
डॉ रविन्द्र ने कहा चमकी में समय बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए अगर किसी बच्चे में चमकी के लक्षण दिखते हैं तो उसका प्राथमिक इलाज सबसे पहले करें। अगर बच्चा बेहोश है तो उसे खुली और छायादार जगह पर ले जाकर साफ पानी से उसके शरीर को पोछें। अगर बच्चे को पैरासिटामोल की जरूरत है तो उसे गोली दें और ओआरएस का घोल भी । प्रत्येक आशा के पास मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत टैग वाहन का नंबर है। उससे जल्द ही नजदीकी अस्पताल से ले जाएं। अगर बच्चे को एम्बुलेंस से लेकर जा रहे हैं तो उस वाहन में उपस्थित ईएमटी को भी प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दे दिया गया है। वह उसके ऑक्सीजन, ग्लूकोज का स्तर मापेगें और एसओपी के तहत प्राथमिक उपचार करेगें। इसके अलावा डॉ यादव ने बताया कि चमकी आने पर ओझा या भगतई में न पड़ जल्द ही अस्पताल पहुंचाएं।
रुन्नी सैदपुर स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
अपर समाहर्ता, बीडीओ व डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने सीएचसी का निरीक्षण किया। जिसमें अपर समाहर्ता मुकेश कुमार स्वास्थ्य केंद्र पर चमकी पर किए इंतजाम से काफी संतुष्ट नजर आए। डॉ रविन्द्र ने उन्हें एसओपी के तहत मौजूद उपकरण और दवाइयों से अवगत कराया और कहा कि जिले के प्रत्येक पीएचसी और सीएचसी पर दो बेड का वातानुकूलित चमकी वार्ड बनाया गया है। जिस पर एसओपी के तहत उपकरण, दवाएं तो बनी ही हैं। रोस्टर के अनुसार चिकित्सक और पारामेडिकल स्टॉफ भी रहते हैं। मौके पर अपर समाहर्ता मुकेश कुमार, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव, बीडीओ धनंजय कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमृत किशोर, केयर बीएम प्रदीप कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।