सरकार के फरमान से गुस्से में छात्र, पढ़ाई बंद चुनाव और अन्य चीजें बंद करना किसके पक्ष में,दी आंदोलन की चेतावनी,8 अप्रैल को पूरे बिहार में सड़क पर उतरेंगे छात्र,26 अप्रैल को सभी जिलाधिकारियों के समक्ष प्रदर्शन।
1 min readसरकार के फरमान से गुस्से में छात्र, पढ़ाई बंद चुनाव और अन्य चीजें बंद करना किसके पक्ष में,दी आंदोलन की चेतावनी,8 अप्रैल को पूरे बिहार में सड़क पर उतरेंगे छात्र,26 अप्रैल को सभी जिलाधिकारियों के समक्ष प्रदर्शन।
पटना,7 अप्रैल,2021:-
कोरोना के नाम पर स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग बंद करने के सरकार के फरमान पर छात्रों ने रोष जताया है। सरकार से यथाशीघ्र स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग खोलने की माँग की है।
पटना के जनशक्ति प्रेस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि कोरोना के नाम पर एक तरफ जनता में डर का माहौल कायम कर सरकार स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग को बंद कर रही है तो दूसरी तरफ बिहार में चुनाव खत्म होने के बाद अन्य पांच राज्यों के अंदर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।चुनाव में बड़ी-बड़ी हजारों-लाखों लोगों की रैलियां होंगी, जहां नेताजी के भाषण होंगे, रोड शो होंगे तो फिर पढ़ाई क्यों बंद की जा रही है? कोरोना का भय दिखा पढ़ाई रोकने वाली सत्ताधारी भाजपा एवं जद(यू) अपने कार्यालयों में कोरोना प्रोटोकॉल के पालन किए बिना कैसे मीटिंग कर रहे हैं? सासाराम में आंदोलन के दौरान गिरफ्तार छात्रों को बिना शर्त रिहा करने की मांग किया। उन्होंने कहा कि इसी बीच सीबीएसई ने परीक्षा रोक दी लेकिन बिहार बोर्ड की इंटर और मैट्रिक की परीक्षा हुई और रिजल्ट भी जारी किए गए। धड़ाधड़ परीक्षाएं हो रही हैं लेकिन पढ़ाई एक साजिश के तहत बंद कर एक बड़े तबके को शिक्षा से महरूम रखना चाहती है। जिसे छात्र स्वीकार नहीं करेंगे और इसके खिलाफ चरणवद्ध के तहत कल 8 अप्रैल को असेम्बली बम कांड दिवस पर शिक्षा एवं रोजगार के सवालों को लेकर पूरे बिहार में छात्र सड़कों पर उतरेंगे। वहीं 26 अप्रैल को बाबू वीर कुंवर सिंह की पुण्यतिथि पर सभी जिलाधिकारियों के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।मौके पर मौजूद एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमज़ा ने कहा कि 19 लाख रोजगार भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में था। केंद्र की सत्ता भी इन्होंने रोजगार का सब्जबाग दिखा कर हथियाया लेकिन सत्ता में आने के बाद देश बेचने के अभियान में निकले पीएम रेलवे बेचने के लिए आपदा में अवसर तलाश रहे हैं।बिहार में भी सत्ता में आने के बाद भाजपा-जद(यू) की सरकार युवाओं को ठगना चाहती है। आंदोलन को दबाने के लिए सरकार नित नए प्रपंच रच आंदोलन को रोकने की गाइडलाइंस जारी कर रही है। लेकिन युवा बिहार रोजगार को लेकर सरकार को बख़्शने के मूड में नहीं है। एआईएसएफ के राज्य सचिव रंजीत पंडित ने कहा खुदाबख्श खां लाइब्रेरी जैसे हेरिटेज बिल्डिंग को सरकार के इशारे पर फ्लाईओवर बनाने के नाम पर ध्वस्त किया जा रहा है। जिसे एआईएसएफ स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई कभी भी क्लास रूम पढ़ाई का विकल्प नहीं बन सकता। ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर बस खाना पूर्ति की जा रही है। फ्री इंटरनेट सुविधा के साथ लैपटॉप, टैबलेट या मोबाइल सरकार द्वारा मुहैया कराने की माँग करते हुए कहा कि बिना इसके सबको ऑनलाइन पढ़ाई कैसे दी जा सकती है?
मौके पर एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष भाग्य भारती, राज्य सह सचिव जन्मेजय कुमार एवं राज्य कोषाध्यक्ष गरूण प्रियम मौजूद थे।