कुशवाहा राम सूरत सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर नूतन कुमारी , इंटर में 456 अंक लाकर जिला में स्थान बनाई।
रिपोर्ट : नवनीत कुमार
महुआ। महुआ के हरपुर मिर्जानगर स्थित कुशवाहा राम सूरत सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर नूतन कुमारी जिला मैं स्थान बनाई है। इंटर में नूतन ने 456 अंक लाए हैं।
बीते बुधवार को जैसे ही परीक्षा परिणाम आया। साइंस के नूतन ने 456 अंक प्राप्त किए। नूतन को गणित में सबसे अधिक 97 अंक आए हैं। मूलतः नूतन पातेपुर प्रखंड के मौदह गांव की रहने वाली है। उसके पिताजी सुनील कुमार निराला साधारण किसान है और उससे घर का खर्च नहीं चलने के कारण वे प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करते हैं। माता श्वेता कुमारी शिक्षिका है। नूतन एक बहन और एक भाई में छोटी है। बड़े भाई नवीन कुमार इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। श्वेता आईआईटी करना चाहती है। करोना काल में श्वेता ने ऑनलाइन पढ़ाई की और कोचिंग का सहारा लिया। जिससे वह इस मुकाम तक पहुंची है। श्वेता ननिहाल महुआ के भदवास पंचायत के बाजितपुर में दीप नारायण सिंह के यहां रह कर शुरू से ही पढ़ाई की।
गरीबी के कारण स्वयं ट्यूशन पढा कर जिला में स्थान पाया अनीश राज
महुआ। महुआ के प्रेमराज इंटर कॉलेज का अनीश राज उर्फ भोलू गरीबी के कारण स्वयं ट्यूशन कर इंटर में जिला टॉपर बना है। अनीश उर्फ गोलू दो भाई में छोटा है। बड़ा भाई अजय कुमार भी ट्यूशन कर घर परिवार चलाता है। पिताजी उदय शंकर ठाकुर बीमार रहयशते है। जिसके कारण घर का पूरा बोझ दोनों भाइयों पर है।
माता रिंकू देवी गृहिणी है। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बाद अनीश ट्यूशन कर पढ़ाई किया। घर की माली हालत ऐसी खराब कि अगर दोनों भाई ट्यूशन नहीं करें तो दो वक्त का भोजन मिलना मुश्किल होता है। अनीश पढ़ाई के साथ साथ घर के कामकाज में भी हाथ बढ़ाते हैं। उन्होंने पढ़ाई में कड़ी मेहनत की और इस मुकाम तक पहुंचे। इंटर आर्टस में अनीश 441 अंक प्राप्त किए हैं।
कठिन परिश्रम और पक्का इरादा से ऋषिकेश को मिली सफलता
महुआ। महुआ अनुमंडल के पातेपुर रामचंद्र उच्चतर विद्यालय के ऋषिकेश कुमार इंटर साइंस में जिला टॉपर हुए हैं। उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की और पक्का इरादा रखा। उनके पक्का इरादा इंटर में जिला टॉपर बनने में कामयाबी हासिल की।
ऋषिकेश के पिताजी विजय कुमार सिंह उसी स्कूल में शिक्षक हैं। माता शकुंतला देवी गृहणी है। ऋषिकेश ऑनलाइन पढ़ाई कर कोचिंग के सहारे इस मुकाम तक पहुंचे हैं। स्कूल के प्राचार्य श्याम प्रसाद सिंह कुशवाहा बताते हैं कि ऋषिकेश की मेहनत यहां तक लाई है। ऋषिकेश स्कूल में भी अनुशासन का परिचय देता रहा है। ऋषिकेश दो भाइयों में छोटा है। ऋषिकेश से एक छोटी बहन है और वह पढ़ाई कर रही है। ऋषिकेश आईटी इंजीनियर बनना चाहते हैं। उन्हें आईएएस बनने का भी ख्वाब है। ऋषिकेश इंटर साइंस में 458 अंक लाए हैं।