नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने फाइलेरिया की गंभीरता को समझाया
1 min readनुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने फाइलेरिया की गंभीरता को समझाया। रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– 24 मार्च से चलने वाले अभियान के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
हाजीपुर, 14 मार्च।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जा रहा है। सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से सोमवार को सदर अस्पताल, गर्ल्स हाई स्कूल, पीएचसी हाजीपुर और रामजीवन चौक, हाजीपुर में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई। नुक्कड़ नाटक के जरिए कलाकारों ने समुदाय को फाइलेरिया के लक्षण बताने के साथ बचाव के तरीकों और 24 मार्च से चलने वाले अभियान के दौरान निश्चित रूप से दवा सेवन का संदेश अपने अनोखे अंदाज में दिया। कलाकारों ने यह भी बताया कि दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को छोड़कर यह दवा हर किसी को खानी है। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए आयोजित नुक्कड़ नाटक में प्रिंस कुमार, सिम्मी, नेहा, अरविंद, आदर्श, सुशांत, संजय, दिनेश, लव कुमार आदि ने अपनी प्रस्तुति दी।
फाइलेरिया की गंभीरता को लोगों ने समझा-
सदर अस्पताल में कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक की शुरुआत की तो उत्सुकता के साथ बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए और फाइलेरिया की गंभीरता को समझा। कलाकारों ने अपने संदेश में बताया कि साल में केवल एक बार फाइलेरिया रोधी दवा खाने से फाइलेरिया की बीमारी से बचा जा सकता है। कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा और भरोसा दिलाया कि अभियान के तहत घर-घर पहुंचकर मुफ़्त खिलाई जाने वाली दवाओं का सेवन वह खुद करेंगे और परिवार व आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे ।
मच्छर के काटने से होने वाला रोग है फाइलेरिया-
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 24 मार्च से शुरू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है, जिसे सामान्यतः हाथीपाँव के नाम से भी जाना जाता है। इसके प्रभाव से पैरों व हाथों में सूजन, पुरुषों में हाइड्रोसील (अंडकोष में सूजन) और महिलाओं में ब्रेस्ट में सूजन की समस्या आती है। इस अभियान के तहत दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को दवा खिलाई जाएगी।
डोज पोल के आधार पर खिलायी जाएगी दवा-
डॉ सिंह ने बताया कि नुक्कड़ नाटक के कलाकारों द्वारा फाइलेरिया की गंभीरता को समझाया जा रहा है। इससे अभियान के दौरान खिलाई जाने वाली दवा की उपयोगिता को लोग समझ पा रहे हैं। बताया कि फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 24 मार्च से चलने वाले अभियान में इस बार तीन दवा खिलाई जाएगी। जिसे डोज पोल के आधार पर खिलाया जाएगा।