वैशाली की तीन महिला स्वास्थ्यकर्मियों को स्वास्थ्य मंत्री ने किया पुरस्कृत
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उत्कृष्ट कार्य व सर्वाधिक टीकाकरण करने वाली महिला स्वास्थ्यकर्मियों को किया गया पुरस्कृत
– वैशाली की तीन महिला स्वास्थ्यकर्मियों को स्वास्थ्य मंत्री ने किया पुरस्कृत
– जिलास्तर पर प्रत्येक ब्लॉक से दो एएनएम को मिला पुरस्कार REPORT NASIM RABBANI हाजीपुर वैशाली
वैशाली। 9 फरवरी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में जश्न-ए-टीका कार्यक्रम के अंतर्गत महिला स्वास्थ्य कर्मियों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सिविल सर्जन अखिलेंद्र कुमार मोहन ने कहा कि महिला स्वास्थ्यकर्मी स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ हैं। कोविड जैसी विषम परिस्थिति में भी इन्होंने साहस का परिचय देते हुए अपने कार्यों का निर्वहन किया है। मालूम हो कि जिले के सभी प्रखंडों से दो एएनएम को सर्वाधिक टीकाकरण के लिए सिविल सर्जन के द्वारा पुरस्कृत किया गया। वहीं जिले के तीन स्वास्थ्य कर्मी डॉ अपर्णा मजुमदार- सीसीएच, पीएचसी, हाजीपुर, स्वीटी कुमारी-सीएचओ हेल्थ सब सेंटर धोबघट्टी, नूतन कुमारी, स्टॉफ नर्स, पीकू वार्ड, सदर अस्पताल हाजीपुर को दरभंगा में पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी उदय नारायण सिन्हा ने कोविड में महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साहस को सराहा और कहा कि हमारी महिला स्वास्थ्यकर्मी हर मोर्चे पर डटी रही और बिना विश्राम के कार्य किया। उन्होंने एएनएम के साथ सभी आशा बहनों का धन्यवाद किया जिन्होंने जमीनी स्तर पर कोविड के साथ अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को जनमानस के बीच पहुंचाया।
वैशाली के तीन महिला स्वास्थ्यकर्मी पटना में पुरस्कृत-
सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार मोहन ने कहा कि जिले की तीन महिला स्वास्थ्यकर्मी को विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में पटना के गुरुनानक भवन में हुए समारोह में सम्मानित की गयी। सम्मानित होने वालों में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनिता सिंह, एएनएम मालती कुमारी, आशा रिंकु कुमारी शामिल हैं। उन्हें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार प्राप्त हुआ। सिविज सर्जन ने कहा कि बेहतर काम व सर्वाधिक टीकाकरण करने वाली महिला स्वास्थ्यकर्मियों के कार्यों का संधारण रिकार्ड भी रखा जाएगा, ताकि भविष्य में इनके कार्यो से लोगो में जागरुकता फैलायी जा सके। मौके पर सिविल सर्जन, सीडीओ, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी, अस्पताल उपाधीक्षक, केयर के प्रतिनिधि सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे।