प्रथम प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को होना चाहिए था
1 min readप्रथम प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को होना चाहिए था : डॉ अजीत कुमार ।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार। हाजीपुर (वैशाली)
लौह पुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई झावेर भाई पटेल की जयंती देश की ” राष्ट्रीय एकता दिवस ” के रूप में गुरुवार को भाजपा के प्रदेश नेता एवं पूर्व पीएसी सदस्य रेलवे बोर्ड भारत सरकार डॉ अजीत कुमार के अगुवाई में धूमधाम से मनायी गई।
हाजीपुर नगर के जोहरी बाजार में बुधवार को स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान के सभागार में भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई महावीर भाई पटेल की जयंती धूमधाम से मनाई गई।
जयंती समारोह का उद्घाटन डॉ अजीत कुमार एवं भूषण राय ने संयुक्त रूप सरदार पटेल के तैलिए चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलित कर किया से किया ।
समारोह की अध्यक्षता डॉ अजीत कुमार एवं संचालन राजा सिंह कुशवाहा ने की।
सरदार पटेल के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए डॉ अजीत कुमार ने कहा कि भारत का प्रथम प्रधानमंत्री सरदार पटेल को होना चाहिए था। यदि पटेल प्रधानमंत्री होते तो भारत का भूगोल इतिहास आकार और ताकत में कई गुना शक्ति का इजाफा होता ।
हिंदुस्तान अखंड भारत हिंदू राष्ट्र का बन जाता लेकिन गांधी जी की ढुलमुल नीति के कारण सरदार पटेल को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया। लौह पुरुष सरदार पटेल भारत के राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार थे ।भारत के राजनीतिक इतिहास में सरदार पटेल के योगदान को कभी नहीं बुलाया जा सकता है। सरदार पटेल ने हैदराबाद की निजाम जूनागढ़ और कश्मीर के मनमानी रवैया और राष्ट्रद्रोही तेवर को कुचलकर भारत में मिलाया । पटेल न होते तो भारत और कई टुकड़ों में बट जाता और छोटी-छोटी रियासतों की मनमानी बढ़ जाती। सरदार पटेल ने 550 से ज्यादा रियासतों को भारत में विलय कराया और देश को टुकड़ों टुकड़ों में बटने से बचाया।
समारोह के संचालन करते हुए युवा तुर्क नेता राजा सिंह कुशवाहा ने कहा कि सरदार पटेल देश की आजादी के संघर्ष में जितना योगदान दिया ,उससे ज्यादा योगदान वे स्वतंत्र भारत को एक करने में दिया।
जयंती समारोह में ई. राजीव कुमार उर्फ मिंटू , आयुष राज चौहान ,भूषण राय ,अमित कुमार सिहं कुशवाहा ,अवधेश पासवान , गोविंद कुमार राय , रितिक कुमार राय ,अमित कुमार गुप्ता , कृष्णा राय उर्फ फौजी ने सरदार पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने-अपने विचार व्यक्त किया।