घटना के बाद पुलिस की खौफ से घर छोड़ने को मजबूर हो रहे लोग
घटना के बाद पुलिस की खौफ से घर छोड़ने को मजबूर हो रहे लोग
महुआ। रेणु सिंह
महुआ थाना के जलालपुर गंगटी गांव में पुलिस द्वारा खदेड़े जाने पर एक अधेड़ की हुई मौत पर बवाल के बाद पुलिसिया कार्रवाई से लोग सहमें है। इस समय खेती गृहस्ती का समय होने के बावजूद ग्रामीण पुलिस की खौफ के कारण घर छोड़कर भागने को मजबूर हो रहे हैं। रविवार को लोगों ने बताया कि पुलिस द्वारा 22 निर्दोष को उठाया गया है। जिससे लोगों में खौफ के साथ गुस्सा भी पनप रहा है।
उक्त गांव में स्थानीय विधायक डॉ मुकेश रौशन भी पहुंचे और पीड़ित परिवार के साथ ग्रामीणों से मिलकर उन्हें न्याय देने वाले का भरोसा दिया। पंचायत के मुखिया अमोद कुमार ने बताया कि यहां गांव में पुलिस नाकेबंदी करते हुए 22 लोगों को उठा ले गई है। यह इलाका पूरी तरह ग्रामीण किसान मजदूर का है। इस समय खेती गृहस्ती का समय है। यहां किसान किराना में तंबाकू, आलू, हरी मिर्च के अलावा विभिन्न प्रकार की फसल लगाते हैं। इसी से उनका घर परिवार चलता है। जबकि इस समय पुलिस की कहर बरप रही है। पुलिस निर्दोष लोगों को उठाकर ले जा रही है। जिसके कारण किसान फसल लगाने से चूक जाएंगे। मालुमुखी शनिवार को यहां पुलिस के द्वारा खदेड़े जाने पर कटहरा थाने के करहटिया बुजुर्ग निवासी 50 वर्षीय राजेंद्र पासवान की मौत हो गई थी। लोगों का आरोप था कि पुलिस ने खदेर कर उसकी पिटाई की। जिससे मौत हो गई। जिस पर जमकर बवाल हुआ था। सड़क जाम करने के दौरान भी पुलिस द्वारा लाठियां चटकाई गई थी। इधर माले के अलावा लोजपा रा, रालोजपा सहित विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की अमानवीय रूप की तीव्र निंदा की है।